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नोएडा में होगा Microsoft का सबसे बड़ा प्रोजेक्ट, खरीदी जमीन

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक Microsoft नोएडा प्राधिकरण से सेक्टर-145 में 60 हजार वर्गमीटर जमीन खरीद चुकी है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस जमीन की आनुमानित कीमत करीब 103 करोड़ रुपये है.

Updated on: 02 Apr 2021, 11:47 AM

highlights

  • Microsoft ने नोएडा प्राधिकरण से सेक्टर-145 में 60 हजार वर्गमीटर जमीन खरीदा 
  • मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस जमीन की आनुमानित कीमत करीब 103 करोड़ रुपये है

नई दिल्ली:

अभी तक दक्षिण भारत को ही आईटी (IT) हब  के तौर पर जाना जाता है, लेकिन आने वाले समय में यूपी का नोएडा (Noida) भी देश के बड़े आईटी हब के रूप में शुमार हो सकता है. दरअसल, माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) उत्तर प्रदेश में सबसे बड़ा निवेश करने जा रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक माइक्रोसॉफ्ट उत्तर प्रदेश के नोएडा में अपना सबसे बड़ा प्रोजेक्ट शुरू करने जा रहा है. बता दें कि नोएडा में एचसीएल (HCL), गूगल (Gooogle) और टीसीएस (TCS) पहले से ही अपने पांव फैला चुकी हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक Microsoft नोएडा प्राधिकरण से सेक्टर-145 में 60 हजार वर्गमीटर जमीन खरीद चुकी है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस जमीन की आनुमानित कीमत करीब 103 करोड़ रुपये है. कंपनी भारत की सबसे बड़ी परियोजना यहीं पर लगाएगी. 

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माइक्रोसॉफ्ट इस प्रोजेक्ट का उपयोग आईटी और आईटी इनेबल सर्विसेज के लिए करेगी
माइक्रोसॉफ्ट के इस कदम के बाद नोएडा समेत एनसीआर सॉफ्टवेयर हब के रूप में विकसित होगा. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक माइक्रोसॉफ्ट इस प्रोजेक्ट का उपयोग आईटी और आईटी इनेबल सर्विसेज के लिए करेगी. बता दें कि नोएडा सेक्टर 145 में भूखंड संख्या ए-01 और ए-02 के कुल क्षेत्रफल 60 हजार वर्ग मीटर कुल भू प्रीमियम 103.66 करोड़ रुपये में माइक्रोसॉफ्ट इंड‍िया प्राइवेट ल‍िम‍िटेड के नाम पर आवंटन हुई है. ए-4 भूखंड के 11683 वर्ग मीटर जमीन का सौदा 24.63 करोड़ में मेसर्स शिव श‍िक्षा समित‍ि के नाम पर हुआ है. इस जमीन का उपयोग सीनियर सेकेंडरी स्कूल के लिए होगा.

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योजना की शर्तों के अधीन 40 फीसदी आवंटन धनराशि 1 महीने के भीतर जमा कराते हुए पट्टा प्रलेख निष्पादन की कार्यवाही की जाएगी. शेष 60 फीसदी धनराशि 8 छमाही किस्तों में देय होगी. परियोजना के निर्माण के लिए 5 साल का समय प्राधिकरण को देना होगा. माइक्रोसॉफ्ट के इस कदम से नोएडा और एनसीआर में निवेश और रोजगार की संभावनाएं बढ़ेंगी.