जानिए किस खास वजह से मैट्रिमोनियल साइट्स पर पहुंच गया शेयर बाजार रेग्युलेटर SEBI

सेबी (SEBI) ने अब बाजार में गलत तरीके से ट्रेडिंग में शामिल लोगों का पता लगाने के लिए उनके वैवाहिक प्रोफाइल को खंगालना शुरू कर दिया है.

author-image
Dhirendra Kumar
New Update
जानिए किस खास वजह से मैट्रिमोनियल साइट्स पर पहुंच गया शेयर बाजार रेग्युलेटर SEBI

शेयर बाजार रेग्युलेटर SEBI( Photo Credit : फाइल फोटो)

Share Market: शेयरों (Shares) के भाव को बढ़ाकर या गिराकर बाजार से मुनाफा कमाने वालों पर मार्केट रेग्युलेटर सेबी (SEBI) और सख्त होता जा रहा है. इसी कड़ी में सेबी ने अब बाजार में गलत तरीके से ट्रेडिंग में शामिल लोगों का पता लगाने के लिए उनके वैवाहिक प्रोफाइल को खंगालना शुरू कर दिया है. सेबी का कहना है कि ऐसे व्यक्तियों का उनके परिवार के साथ संबंधों को उजागर करने के लिए यह कदम उठाया गया है. सेबी ने भेदिया कारोबार से जुड़े मामले में संदिग्ध लोगों के फेसबुक (Facebook) अकाउंट की भी जांच पड़ताल की है.

Advertisment

यह भी पढ़ें: अगर ऐसा हुआ तो विदेशी कंपनी बन जाएगी एयरटेल, जानें क्या है मामला

सेबी ने फिडेलिटी समूह के इकाइयों के कुछ फंड के भाव को चढ़ाने के मामले में वैवाहिक वेबसाइट www.jainshubhbandhan.com पर कारोबारी वैभव धड्डा के प्रोफाइल की जांच की ताकि परिवार के सदस्यों के साथ उसके संबेद को स्थापित किया जा सके. सेबी ने 5 दिसंबर के अंतरिम आदेश में कहा कि वेबसाइट में वैभव को अल्का धड्डा का पुत्र बताया गया है.

यह भी पढ़ें: Gold Rate Today: सोने-चांदी में आज जानकार जता रहे हैं गिरावट की आशंका, देखें बेहतरीन कॉल्स

शेयर प्राइस को प्रभावित करने का आरोप
सेबी के मुताबिक वैभव के पासपोर्ट में उसके माता के नाम में अल्का का जिक्र है. सेबी ने बड़े सौदे से पहले शेयरों की खरीद या बिक्री करके भाव को बढ़ाकर या गिराकर मोटा फायदा कमाने के मामले में वैभव, उसकी माता अल्का और बहन आरुषि को मार्केट में ट्रेडिंग करने से रोक लगा दी है.

यह भी पढ़ें: Petrol Price Today 9 Dec: दिल्ली में पेट्रोल हुआ 75 रुपये लीटर, डीजल भी 22 पैसे तक महंगा

मार्केट रेग्युलेटर सेबी ने परिवार के सदस्यों को संयुक्त रूप से राष्ट्रीयकृत बैंक में एस्क्रो खाता खोलने और कथित गैरकानूनी गतिविधियां के जरिए अर्जित 1.86 करोड़ रुपये को 15 दिन के अंदर डिपॉजिट करने का निर्देश दिया है. सेबी की जांच के मुताबिक फिडेलिटी समूह की ओर से ट्रेडर होने की वजह से वैभव के पास समूह के इकाइयों के कारोबार से जुड़ी काफी महत्वपूर्ण जानकारियां थीं. यह सभी जानकारियां सार्वजनिक रूप से उपलब्ध नहीं थीं.

यह भी पढ़ें: पोस्ट ऑफिस (Post Office) की कौन सी स्कीम में मिल रहा है सबसे ज्यादा रिटर्न, जानें यहां

सेबी के मुताबिक वैभव हॉन्गकॉन्ग से सौदेबाजी कर रहा था और परिवार के 2 सदस्यों के ट्रेडिंग अकाउंट वैभव ही संचालित कर रहा था. फ्रंट रनिंग एक्टिविटी से वैभव की माता अल्का के ट्रेडिंग अकाउंट में 1.85 करोड़ रुपये का लाभ और आरुषि के ट्रेडिंग अकाउंट में 28,500 रुपये का लाभ दिखाई दिया है. (इनपुट भाषा)

Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो

share market SEBI miscreants Equity Market Matrimonial Sites
      
Advertisment