बंद हो चुकी जेट एयरवेज के वरिष्ठ अधिकारियों ने शुक्रवार को केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली से मुलाकात की और उनसे आग्रह किया कि बैंकों को निर्देश दें कि कम से कम एक महीने का वेतन जारी करे. जेट ने पिछले तीन महीनों में अपने ज्यादातर कर्मचारियों के वेतन का भुगतान नहीं किया है, जिसके कारण वे गहरे आर्थिक संकट में फंस गए हैं.
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विमानन कंपनी ने पिछले हफ्ते अपना कामकाज बंद कर दिया था और उसके कर्मचारियों को जल्द वेतन मिलने की कोई आशा नहीं दिख रही है. नेशनल एविएटर गिल्ड के उपाध्यक्ष कैप्टन असीम वालियानी ने बताया कि वित्त मंत्री ने उन्हें आश्वासन दिया है कि एयरलाइन कर्मचारियों द्वारा उठाए गए सभी मुद्दों पर वे विचार करेंगे.
वालियानी ने जेटली के साथ बैठक के बाद बताया, "वित्त मंत्री से कोई ठोस आश्वासन तो नहीं मिला, लेकिन उन्होंने कहा कि वे सभी मुद्दों पर गौर करेंगे." एयरलाइन के अधिकारियों के साथ महाराष्ट्र के वित्त मंत्री सुधीर मुगतीवार ने भी मंत्री से गुजारिश की कि जेट एयरवेज के स्लॉट को सुरक्षित रखा जाए.
वालियानी ने कहा, "हमने उनसे अपने स्लॉट को बचाए रखने का आग्रह किया है, ताकि नए खरीदारों के लिए कुछ तो हो. हमने उनसे यह भी आग्रह किया कि जेट एयरवेज के विमानों का पंजीकरण रद्द नहीं किया जाए और ना ही उन्हें दूसरी जगह जाने दिया जाए."
वरिष्ठ पायलट ने कहा, "वित्त मंत्री ने कहा कि वे जेट एयरवेज को पुनर्जीवित करने की कोशिश करेंगे." जेट एयरवेज ने बुधवार की रात से अपनी सभी सेवाएं अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दी.
Source : IANS