मारूति सुजूकी (Maruti Suzuki) के बाद भारतीय मार्केट में सबसे ज्यादा गाड़ियों की बिक्री करने वाली दक्षिण कोरिया की कार बनाने वाली कंपनी हुंडई (Hyundai) को लेकर एक विवाद हो गया था. हालांकि कंपनी ने पूरे मामले पर सफाई देकर कहा है कि उसका वायरल पोस्ट से कोई भी लेना देना नहीं है. दरअसल, कश्मीर के ऊपर एक विवादित पोस्ट के बाद कंपनी के खिलाफ भारतीय लोगों की प्रतिक्रिया आने लग गई थी और सोशल मीडिया पर बॉयकॉट हुंडई (BoycottHyundai) ट्रेंड करने लग गया. हालांकि मामले को बढ़ता देख कंपनी की ओर से आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर सफाई जारी की गई है. रविवार देर रात को Hyundai Motor India ने Twitter पर सफाई जारी की है. कंपनी ने अपने बयान में कहा है कि कंपनी भारतीय राष्ट्रवाद का सम्मान करती है और साथ में यह भी कहा कि दक्षिण कोरिया के बाद भारत कंपनी का एक दूसरा घर है.
यह भी पढ़ें: हफ्ते के पहले कारोबारी दिन सोने-चांदी में कमाई का मौका, जानिए क्या बनाएं रणनीति
वायरल पोस्ट से कोई लेना देना नहीं: Hyundai
Hyundai Motor India ने बयान में कहा है कि कंपनी 25 साल से ज्यादा समय से भारतीय बाजार के लिए प्रतिबद्ध है. कंपनी का कहना है कि उन्हें जिस सोशल मीडिया पोस्ट से जोड़ा जा रहा है उसका उनसे कोई भी लेना देना नहीं है और यह भारत जैसे महान देश के प्रति हमारी प्रतिबद्धता और सेवाओं पर गहरा आघात है. Hyundai का कहना है कि कंपनी असंवेदनशील बातों के लिए जीरो टोलरेंस (Zero Tolerance) की नीति अपनाती है और हम ऐसी किसी भी तरह की बात की कड़ी आलोचना करते हैं. हम भारत के प्रति प्रतिबद्ध है और हम इस देश के साथ-साथ यहां के नागरिकों की भलाई के लिए लगातार काम करते रहेंगे.
यह भी पढ़ें: Gautam Adani बने एशिया के सबसे अमीर आदमी, Group के पास हैं इतनी कंपनियां
इस पोस्ट के बाद शुरू हुआ था विवाद
बता दें कि Hyundai Pakistan के नाम से बने एक ट्विटर अकाउंट से शनिवार को किए गए एक पोस्ट में कश्मीर को लेकर पाकिस्तान के पक्ष में ट्वीट किया गया था. हालांकि कंपनी के नाम से बना यह ट्विटर हैंडल वैरिफाइड नहीं है, लेकिन यह पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. इस पोस्ट के वायरल होने के बाद Twitter से लेकर Google और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर #BoycottHyundai ट्रेंड होने लग गया था.

HIGHLIGHTS
- वायरस सोशल मीडिया पोस्ट से कोई लेना देना नहीं: Hyundai
- असंवेदनशील बातों के लिए जीरो टोलरेंस की नीति: Hyundai