logo-image

कोरोना वायरस के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवा के एक्सपोर्ट पर लगी रोक हटा सकती है सरकार

Coronavirus: मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मोदी सरकार ने सैद्धांतिक रूप से एक्सपोर्ट के ऊपर से पाबंदी हटाने का निर्णय ले लिया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक विदेश मंत्रालय की अनुशंसा के आधार पर किन किन देश को एक्सपोर्ट करना है उसका निर्णय लिया जाएगा.

Updated on: 07 Apr 2020, 12:22 PM

नई दिल्ली:

केंद्र की नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) सरकार कोरोना वायरस (Coronavirus) के इलाज में कारगर साबित हो रही दवा हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन (Hydroxychloroquine) के एक्सपोर्ट (Export) पर लगी रोक को हटा सकती है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मोदी सरकार ने सैद्धांतिक रूप से एक्सपोर्ट के ऊपर से पाबंदी हटाने का निर्णय ले लिया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक विदेश मंत्रालय की अनुशंसा के आधार पर किन किन देश को एक्सपोर्ट करना है उसका निर्णय लिया जाएगा.

यह भी पढ़ें: Coronavirus Impact: मोदी सरकार जल्द कर सकती है दूसरे राहत पैकेज का ऐलान

करीब 30 देशों ने हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन की मांग की

अमेरिका, अमेरिका, ब्राजील, स्पेन और जर्मनी आदि देशों से हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन की मांग सबसे ज्यादा देखने को मिली है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक करीब 30 देशों की ओर से हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन की मांग आई है. इन देशों ने हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन के एक्सपोर्ट पर लगी रोक को हटाने की मांग भारत से की थी.

यह भी पढ़ें: भारतीय वायदा बाजार में ऐतिहासिक ऊंचाई पर सोने का भाव, चांदी में मजबूत कारोबार

बता दें कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने मलेरिया की हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन दवाई के लिए भारत से अनुरोध किया था. वहीं अब उन्होंने भारत को चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन’ दवाई ना देने पर भारत को कड़ा परिणाम भुगतना पड़ सकता है. ट्रंप ने कहा कि निजी अनुरोध के बाद भी भारत का दवाई ना देना उनके लिए चौंकाने वाला होगा क्योंकि वाशिंगटन के नयी दिल्ली के साथ अच्छे संबंध हैं. ‘हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन’ मलेरिया की एक पुरानी और सस्ती दवाई है. ट्रम्प इसे कोविड-19 के इलाज के लिए एक व्यवाहरिक उपचार बता रहे हैं. संक्रमण से अमेरिका में 10,000 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है और करीब साढ़े तीन लाख लोग इससे संक्रमित हैं.

यह भी पढ़ें: Gold Price Today: वैश्विक बाजार में 7 साल की ऊंचाई पर सोना, 1,700 डॉलर के ऊपर पहुंचा भाव

गौरतलब है कि ट्रंप ने पिछले सप्ताह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से ‘हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन’ की गोलियों की खेप भेजने की अनुमति देने को कहा था जिसका आदेश अमेरिका ने दिया था. भारत ने इसकी बढ़ती मांग को देखते हुए इसके निर्यात पर रोक लगा दी थी. ट्रम्प ने सोमवार को व्हाइट हाउस में संवाददाताओं से कहा था कि यह मेरे लिए चौंकाने वाला होगा क्योंकि भारत के अमेरिका के साथ अच्छे संबंध है. भारत से श्रीलंका और नेपाल ने भी ऐसी ही मांग की है. वहीं भारत का कहना है कि भारत निर्यात प्रतिबंध हटाने पर गौर कर रहा है. उनका यह बयान ऐसे समय में आया है जब दोनों ही देश कोविड-19 संकट से निपटने में लगे हैं.