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इस IPO की वजह से एक झटके में 500 से ज्यादा कर्मचारी बन गए करोड़पति

FreshWorks IPO: Nasdaq पर लिस्टेड होने वाली यह पहली भारतीय सॉफ्टवेयर कंपनी बन गई है. इसके अलावा यह 10 अरब डॉलर के ऊपर मार्केट कैप हासिल करने में भी कामयाब रही है.

Updated on: 23 Sep 2021, 02:50 PM

highlights

  • फ्रेशवर्क्स तमिलनाडु के छोटे से शहर त्रिची में 700 वर्ग फुट के गोदाम से शुरू हुई थी
  • FreshWorks ने अपने IPO के जरिए एक अरब डॉलर से ज्यादा जुटाए हैं

नई दिल्ली:

FreshWorks IPO: अगर आप IPO में पैसा निवेश करते रहते हैं तो यह खबर आपके काफी काम की हो सकती है. दरअसल, मौजूदा समय में कई IPO आए हैं और उन्होंने निवेशकों को काफी पैसा बनाकर दिया भी है. अमेरिकी शेयर एक्सचेंज Nasdaq पर सॉफ्टवेयर बनाने वाली भारतीय कंपनी फ्रेशवर्क्स (Freshworks) की शानदार लिस्टिंग हुई है. Nasdaq पर लिस्टेड होने वाली यह पहली भारतीय सॉफ्टवेयर कंपनी बन गई है. इसके अलावा यह 10 अरब डॉलर के ऊपर मार्केट कैप हासिल करने में भी कामयाब रही है. बता दें कि FreshWorks ने अपने IPO के जरिए एक अरब डॉलर से ज्यादा जुटाए हैं. इसके अलावा कंपनी के सैकड़ों कर्मचारी भी करोड़पति बन चुके हैं.

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कर्मचारी कैसे बन गए करोड़पति

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक फ्रेशवर्क्स तमिलनाडु के छोटे से शहर त्रिची में 700 वर्ग फुट के गोदाम से शुरू हुई थी. वहीं अब Nasdaq पर लिस्ट होकर कंपनी करीब 1.3 अरब डॉलर जुटा चुकी है. इसके अलावा कंपनी के 500 से ज्यादा कर्मचारी भी करोड़पति बन चुके हैं. खास बात यह है कि इन करोड़पतियों में करीब 70 कर्मचारी 30 वर्ष से कम उम्र के हैं. साथ ही कई कर्मचारियों ने तो हाल के वर्षों में ही कॉलेज की अपनी पढ़ाई को पूरा करने के बाद कंपनी को ज्वाइन किया था. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कंपनी में इसके दो तिहाई कर्मचारी शेयरधारक हैं और यही वजह रही कि उसके 500 से ज्यादा कर्मचारी करोड़पति बन गए हैं.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कंपनी के फाउंडर गिरीश मात्रुबुथम (Girish Mathrubootham) ने पढ़ाई को खत्म करने के बाद जोहो (ZOHO) में काम किया था. गिरीश मात्रुबुथम ने 2010 में फ्रेशवर्क्स की शुरुआत की थी. गिरीश मात्रुबुथम और शान कृष्णसामी ने उस दौरान क्लाउड बेस्ड कस्टमर सर्विस सॉफ्टवेयर पर काम करना शुरू कर दिया था. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वर्ष 2011 में उनकी कंपनी की पहली फंडिंग मिली थी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक Accel ने इस कंपनी में 10 लाख डॉलर का निवेश किया था. फंडिंग मिलने के बाद कंपनी ने अपने कई प्रोजेक्ट में कई कंपनियों को साथ जोड़ा था और उसके बाद कारोबार में भी बढ़ोतरी होने लग गई.