logo-image

त्योहारी मौसम और निर्यात की मांग ने नवंबर में बढ़ाई कपड़े की कीमत

इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च की रिपोर्ट के अनुसार, कपास की कीमतों में महीने-दर-महीने आधार पर दो से चार प्रतिशत की वृद्धि हुई.

Updated on: 20 Dec 2020, 11:04 AM

नई दिल्ली:

त्योहारी मौसम और निर्यात की मांग ने नवंबर 2020 में कपड़ा (टेक्सटाइल) उत्पादों की कीमतें बढ़ा दी हैं. इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च (इंड-रा) की हालिया रिपोर्ट में यह बात कही गई है. इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च की रिपोर्ट के अनुसार, कपास की कीमतों में महीने-दर-महीने आधार पर दो से चार प्रतिशत की वृद्धि हुई और नवंबर 2020 के दौरान इसमें साल-दर-साल आधार पर भी वृद्धि दर्ज हुई.

रेटिंग एजेंसी ने एक रिपोर्ट में कहा, 'कपास आपूर्ति के लिए उच्च मांग के साथ ही कताई मिलों से वृद्धिशील मांग के कारण कपास की बढ़ती कीमतों के कारण आपूर्ति में कमी रही.' रिपोर्ट में कहा गया है, 'भारतीय कपास निगम (कॉटन कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया) ने चालू फसल सीजन के दौरान बाजार में खरीद के रूप में अपना समर्थन जारी रखा. घरेलू कपास पर अंतर्राष्ट्रीय कपास का प्रसार अक्टूबर-नवंबर 2020 के दौरान स्थिर रहा.'

इसके अलावा रिपोर्ट में यह भी उद्धृत किया गया है कि उच्च निर्यात मांग के आधार पर घरेलू सूती धागे का उत्पादन महीने-दर-महीने और साल-दर-साल दोनों आधार पर क्रमश: 3.3 प्रतिशत और दो प्रतिशत की दर से बढ़ता रहा.