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भारत में कंपनियों के लिए कारोबार करना हो रहा आसान, नियमों में ढील से सुधरा माहौल

नियमों में ढील से विश्व बैंक (World Bank) की ईज ऑफ डूइंग बिजनेस (Ease Of Doing Business) रैंकिंग में भारत की स्थिति में सुधार होने का अनुमान है.

Updated on: 28 Apr 2019, 04:15 PM

नई दिल्ली:

भारत में भविष्य में कारोबारी माहौल और बेहतर होने की उम्मीद है. कंपनी बनाने के नियमों में ढील और GST पंजीकरण के लिए बैंक अकाउंट की अनिवार्यता को खत्म करने आदि कदमों से विश्व बैंक (World Bank) की ईज ऑफ डूइंग बिजनेस (Ease Of Doing Business) रैंकिंग में सुधार होने का अनुमान है.

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गौरतलब है कि World Bank की ईज ऑफ डूइंग बिजनेस रिपोर्ट में देशों को कारोबार शुरू करने और बिजनेस से जुड़े 10 मानकों के आधार पर रैंकिंग दी जाती है. विश्व बैंक 190 देशों को रैंकिंग देता है. सरकार ने पहले से मौजूद कई फार्म को खत्म कर एक फार्म कर दिया. इसके अलावा 15 लाख रुपये तक की पूंजी वाली कंपनियों के लिए शुल्क खत्म करना महत्वपूर्ण कदम है. कंपनी की सील या रबड़ स्टॉम्प खत्म करना, EPFO और ESIC को जोड़ना भी महत्वपूर्ण कदम है.

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कंपनियों के लिए सिंगल विंडो सिस्टम
सरकार ने कंपनियों के लिए एक्सपोर्ट, इंपोर्ट के लिए सिंगल विंडो सिस्टम शुरू किया है. बंदरगाह और टर्मिनल ऑपरेटर्स को साझा मंच पर एकीकृत किया है. विश्व बैंक (World Bank) की अगली रिपोर्ट अक्टूबर 2019 में आने की संभावना है. वर्ष 2018 की रिपोर्ट में भारत की रैंकिंग 23 स्थान के सुधार के साथ 77वीं पायदान पर रही थी. पिछले 2 साल में भारत की रैकिंग में कुल 53 पायदान का सुधार आया है.

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