साइरस मिस्त्री को मंगलवार को टाटा समूह की प्रमुख कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेस (टीसीएस) के निदेशक पद से हटा दिया गया। यह फैसला टीसीएस के शेयरधारकों ने मंगलवार को असाधारण आम (ईजीएम) बैठक में लिया। मिस्त्री को वोटिंग कर हटाया गया है।
कंपनी की आमसभा (ईजीएम) में मौजूद 93.11 प्रतिशत शेयरधारकों ने मिस्त्री को हटाए जाने के पक्ष में मतदान किया, जबकि 6.89 प्रतिशत उनके (मिस्त्री) समर्थन में वोट पड़े।
इससे पहले टाटा इंडस्ट्री के डायरेक्टर पद से मिस्त्री को हटा दिया गया था।
साइरस मिस्त्री ईजीएम की बैठक में शामिल नहीं हुए थे। उन्होंने टीसीएस के शेयरधारकों को लिखे पत्र में कहा, 'मैं जिसके लिए लड़ रहा हूं, वह टाटा समूह की आत्मा है।'
टाटा संस ने इससे पहले कहा था कि मिस्त्री को कॉरपोरेट गर्वनेंस के अपने खुद के मूल्यों का पालन करते हुए टाटा कंपनियों के बोर्ड से खुद इस्तीफा दे देना चाहिए। टाटा संस के बोर्ड ने 24 अक्टूबर को मिस्त्री को अध्यक्ष पद से हटाकर रतन टाटा को अंतरिम अध्यक्ष नियुक्त कर दिया था।
रतन टाटा और साइरस मिस्त्री के बीच का विवाद लगातार जारी है। टाटा संस ने साइरस मिस्त्री पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा था कि उन्होंने चेयरमैन बनने के लिए 2011 में गठित की गई समिति को गुमराह किया था।
साथ ही यह भी कहा गया कि मिस्त्री टाटा संस के चेयरमैन होते हुए भी अपने परिवार की कंपनी शापूरजी पलोनजी एंड कंपनी के हितों के बारे में सोचते रहे थे। इस कारण से ग्रुप को कई नुकसान झेलने पड़े।
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HIGHLIGHTS
- टीसीएस के डायरेक्टर पद से हटाए गए साइरस मिस्त्री
- ईजीएम की बैठक में 93.11 % वोट मिस्त्री को हटाने के पक्ष में पड़े
- ईजीएम की बैठक में मौजूद नहीं थे साइरस मिस्त्री
Source : News Nation Bureau