टाटा संस और सायरस मिस्त्री के बीच तनातनी बढ़ती ही जा रही है। मिस्त्री पर सोमवार को टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज को भारी नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया गया था। इस आरोप का खंडन करते हुए मिस्त्री के ऑफिस से बयान जारी किया गया।
इस बयान के अनुसार टीसीएस और जेएलआर की सफलता में उनके योगदान नहीं करने का आरोप बिल्कुल गलत है।
बयान में कहा गया कि ये आरोप लगाकर उनके खिलाफ 'भ्रम' फैलाया जा रहा है।
इसके साथ ही बयान में रतन टाटा पर पलटवार भी किया गया। बयान में कहा गया है एक समय में रतन टाटा खुद टीसीएस को आईबीएम को बेचने के लिए तैयार थे। इस सिलसिले में उन्होने जेआरडी टाटा से बात भी की थी, लेकिन तत्कालीन टीसीएस प्रमख एफसी कोहली की तबीयल ठीक ना होने के कारण बात आगे नहीं बढ़ पाई।
गौरतलब है कि टीसीएस को टाटा संस का ग्रुप ज्वैल कहा जाता है।