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Coronavirus (Covid-19): कोरोना वायरस महामारी के बीच चीन को मात देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बनाया ये प्लान

Coronavirus (Covid-19): खबरों के अनुसार, कई सारी कंपनियां अब अपनी इकाइयां चीन से हटाकर किसी अन्य देश में लगाने की संभावनाएं तलाश रही हैं.

Updated on: 01 May 2020, 10:06 AM

दिल्ली:

Coronavirus (Covid-19): कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus Epidemic) के प्रसार के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने अर्थव्यवस्था (Economy) को बढ़ावा देने के लिये स्थानीय निवेश बढ़ाने के साथ साथ अधिक विदेशी निवेश (FDI) आकर्षित करने के रणनीतिक उपायों पर विस्तार से चर्चा की. गौरतलब है कि मौजूदा समय चीन में स्थित कई विदेशी कंपनियां अब वहां से अपना ठिकाना बदलना चाह रही हैं. कुछ कंपनियों ने भारत में मैन्युफैक्चरिंग यूनिट को लगाने के लिए रुचि भी दिखाई है. एक आधिकारिक बयान में बताया गया कि बैठक में देश में तेज रफ्तार से निवेश लाने और साथ ही घरेलू क्षेत्र को बढ़ावा देने की रणनीतियों पर चर्चा हुई. यह बैठक ऐसे समय हुई, जब दुनिया भर में चीन के खिलाफ माहौल तैयार हो रहा है.

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कंपनियां चीन से निकलकर किसी अन्य देश में इकाईयों को लगाने पर कर रही हैं विचार
खबरों के अनुसार, कई सारी कंपनियां अब अपनी इकाइयां चीन से हटाकर किसी अन्य देश में लगाने की संभावनाएं तलाश रही हैं. इस बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल समेत अन्य लोग शामिल हुए. बयान में बताया गया कि निवेश आकर्षित करने के मामले में अधिक तत्परता दिखाने और अपनी अपनी रणनीतियां बनाने के लिये राज्यों का मागदर्शन करने पर भी बैठक में चर्चा की गयी. इस दौरान यह भी चर्चा की गयी कि विभिन्न मंत्रालयों द्वारा सुधारों को लागू करने की पहल को निरंतर जारी रखा जाना चाहिये.

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इसके साथ ही निवेश एवं औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के मार्ग में मौजूद किसी भी बाधा को दूर करने के लिए समयबद्ध तरीके से ठोस कदम उठाये जाने चाहिये. बैठक में इस बात पर भी चर्चा की गयी कि देश में मौजूदा औद्योगिक भूमि, भूखंडों, परिसरों आदि में पहले से परखे क्षेत्रों की बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को बढ़ावा देने के लिये एक योजना विकसित की जानी चाहिये और इन्हें जरूरी वित्तीय समर्थन भी उपलब्ध कराया जाना चाहिये.

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मोदी ने बैठक के दौरान सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि निवेशकों का ध्यान रखने, उनकी समस्याओं को देखने तथा उन्हें समयबद्ध तरीके से सभी आवश्यक केंद्रीय और राज्य मंजूरियां प्राप्त करने में मदद करने के हर संभव कदम सक्रियता से उठाये जाने चाहिये. मोदी ने बाद में एक ट्वीट के माध्यम से बताया कि बैठक में अंतरराष्ट्रीय और घरेलू दोनों तरह के निवेश बढ़ाने के उपायों पर चर्चा की गयी. उन्होंने कहा कि भारत में सुधारों से संबंधित मुद्दों पर भी चर्चा की गयी ताकि आर्थिक वृद्धि को तेज किया जा सके. (इनपुट भाषा)