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Coronavirus (Covid-19): निवेशकों को जून में नहीं मिले IPO में ज्यादा निवेश के मौके, जानिए इसके पीछे की बड़ी वजह

Coronavirus (Covid-19): ईवाय इंडिया ने एक रिपोर्ट में कहा कि ये चार आईपीओ भी छोटे एवं मध्यम उपक्रम (एसएमई) श्रेणी के और औसतन 3.8 लाख डॉलर के थे.

Updated on: 06 Jul 2020, 12:18 PM

नई दिल्ली :

Coronavirus (Covid-19): कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus Epidemic) से आर्थिक गतिविधियों का असर आरंभिक सार्वजनिक निर्गमों (IPO) पर भी पड़ा है. एक रिपोर्ट के अनुसार महामारी के कारण जून तिमाही में घरेलू शेयर बाजार (Share Market) में महज चार आईपीओ देखने को मिले. ईवाय इंडिया ने एक रिपोर्ट में कहा कि ये चार आईपीओ भी छोटे एवं मध्यम उपक्रम (एसएमई) श्रेणी के और औसतन 3.8 लाख डॉलर के थे. रिपोर्ट में कहा गया हे कि इस समय गतिविधियां बढ़ नहीं पा रही हैं, ऐसे में कंपनियां लंबी अवधि की वृद्धि योजनाओं पर विचार कर रही हैं. इस दौर में कंपनियों ने आईपीओ की तैयारियों को लेकर बातचीत शुरू की है.

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भारतीय शेयर बाजार 2020 की दूसरी तिमाही में आईपीओ की संख्या के आधार पर दुनिया में सातवें स्थान पर
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय शेयर बाजार 2020 की दूसरी तिमाही में आईपीओ की संख्या के आधार पर दुनिया में सातवें स्थान पर रहा. इस दौरान मुख्य बाजाा मंच पर कोई बड़ा आईपीओ नयी आया हुआ और कोई अंतरराष्ट्रीय सौदा भी नहीं हुआ. ईवाय इंडिया में पार्टनर एवं वित्तीय लेखा-जोखा परामर्श सेवाओं के नेशनल लीडर संदीप खेतान ने कहा कि कोविड-19 ने मानव जीवन और अर्थव्यवस्था दोनों को प्रभावित किया है. ऐसे में पिछले तीन महीने के दौरान अप्रत्याशित अनुभव हुए हैं. रिपोर्ट के अनुसार, आलोच्य अवधि के दौरान लक्ष्मी गोल्डोर्ना हाउस लिमिटेड, निर्माइट रोबोटिक्स इंडिया लिमिटेड, बिल्विन इंडस्ट्रीज लिमिटेड और डीजे मीडियापॉइंट एंड लॉजिस्टिक्स लिमिटेड ने आईपीओ पेश किये.

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रिपोर्ट के अनुसार, एसएमई बाजार में 2019 की दूसरी तिमाही में 14 तथा 2020 की पहली तिमाही में 11 आईपीओ पेश किये गये थे. ईवाय इंडिया ने कहा कि जियो प्लेटफॉर्म्स में हुए आकर्षक निवेश सौदों के दम पर भारतीय में प्राइवेट इक्विटी व वेंचर कैपिटल निवेश बाजार मई/जून में 10 अरब डॉलर से अधिक का रहा.