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खराब हालात के कारण आईटी कंपनियों को हो रहा नुकसान, कर्मचारियों को घर से काम करने की सलाह

कावेरी जल विवाद को लेकर चल रहे प्रदर्शन और हिंसा के कारण आईटी सेक्टर की कंपनियों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। वहां हालात नहीं सुधरे हैं और ऐसे में कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को घर से काम करने की सलाह दी है। एसोचैम के मुताबिक विरोध-प्रदर्शन के कारण अभीतक आईटी इंडस्ट्री को लगभग 25 हज़ार करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।

Updated on: 14 Sep 2016, 04:28 AM

बैंगलुरू:

कावेरी जल विवाद को लेकर चल रहे प्रदर्शन और हिंसा के कारण आईटी सेक्टर की कंपनियों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। वहां हालात नहीं सुधरे हैं और ऐसे में कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को घर से काम करने की सलाह दी है। एसोचैम के मुताबिक विरोध-प्रदर्शन के कारण अभीतक आईटी इंडस्ट्री को लगभग 25 हज़ार करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।

टीसीएस, इनफोसिस, विप्रो के साथ ई-कॉमर्स कंपनियां फ्लिपकार्ट और एमेज़ॉन ने अपने ऑफिस बंद रखे। टीसीएस, इनफोसिस और विप्रो ने अपने ऑफिस में छुट्टी की घोषणा कर दी।

विप्रो ने ईमेल में कहा है, “कर्नाटक में काम करने वाले सभी कर्मचारियों को मंगलवार यानि 13 सितंबर को छुट्टी की घोषणा की। लेकिन इस छुट्टी के एवज में शनिवार का दिन वर्किंग डे होगा।”

एमेज़ॉन ने कहा है कि राज्य में मौजूदा हालात के कारण उनकी डिलिवरी सर्विस पर असर पड़ा है। उनका कहना है, “हम जलद ही डिलिवरी सर्विस को सामान्य कर लेंगे। हमने अपने सभी कर्मचारियों को घर से काम करने की सलाह दी है।”

फ्लिपकार्ट प्रमुख (सप्लाई ऑपरेशन्स) नीरज अग्रवाल ने कहा, “डिलिवरी स्टाफ की सुरक्षा को देखते हुए, हमने ऑपरेशन्स रोक दिये हैं। साथ ही हमने डिलिवरी में हो रही देरी के बार में भी अपने ग्राहकों को आगाह कर दिया है।”

जानकारी हो कि सुप्रीम कोर्ट ने कर्नाटक को कावेरी का पानी तमिलनाडु को देने का निर्देश दिया था। इसके विरोध में पूरे राज्य में विरोध प्रदर्शन और हिंसक घटनाएं हो रही हैं।