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चावल की बढ़ती कीमतों को लेकर लिया बड़ा फैसला, ब्रोकन राइस के निर्यात पर रोक

चावल की बढ़ती कीमतों को नियंत्रित करने के लिए लिए केंद्र सरकार ने बढ़ा निर्णय लिया है. सरकार ने ब्रोकन राइस पर प्रतिबंध लगा दिया है.

Updated on: 09 Sep 2022, 08:45 AM

highlights

  • ब्रोकन राइस पर प्रतिबंध लगा, नया आदेश आज से लागू होगा
  • विभिन्न ग्रेड के निर्यात पर 20 प्रतिशत ड्यूटी लगाई गई है
  • चावल के वैश्विक व्यापार में भारत का भाग 40 प्रतिशत है

नई दिल्ली:

चावल की बढ़ती कीमतों को नियंत्रित करने के लिए लिए केंद्र सरकार ने बड़ा निर्णय लिया है. सरकार ने ब्रोकन राइस पर प्रतिबंध लगा दिया है. नया आदेश आज से लागू होगा. डायरेक्टर जनरल ऑफ फॉरेन ट्रेड संतोष कुमार सारंगी की ओर से जारी अधिसूचना में इस बात की जानकारी दी गई है. अधिसूचना के अनुसार, आज यानि नौ सितंबर से ब्रोकन राइस (टूटे चावल) के निर्यात पर प्रतिबंध लागू हो गया है. इसके साथ विभिन्न ग्रेड के निर्यात पर 20 प्रतिशत ड्यूटी लगाई गई है. गौरतलब है कि चीन के बाद भारत चावल का सबसे बड़ा उत्पादक है. चावल के वैश्विक व्यापार में भारत का भाग 40 प्रतिशत है. 

सरकार ने उसना चावल को छोड़कर गैरबासमती चावल पर 20 प्रतिशत का निर्यात शुल्क तय किया है. चालू खरीफ सत्र में धान की फसल का रकबा काफी घट गया है. ऐसे में घरेलू आपूर्ति बढ़ाने को लेकर सरकार ने यह कदम उठाया है. 9-15 सितंबर तक मात्र उन कन्साइनमेंट को एक्सपोर्ट की अनुमति दी है, जिनकी लोडिंग की जा चुकी है, इसके साथ जिनकी बिलिंग की जा चुकी है. 

 

ब्राउन राइस पर 20 प्रतिशत एक्सपोर्ट ड्यूटी

धान के रूप में चावल और  ब्राउन राइस पर 20 प्रतिशत एक्सपोर्ट ड्यूटी लगाई गई है.  केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड के अनुसार उसना चावल और बासमती चावल को छोड़कर अन्य किस्मों के निर्यात पर 20 प्रतिशत का सीमा शुल्क तय किया गया है. नोटिफिकेशन के अनुसार, यह निर्यात शुल्क 9 सितंबर से लागू होगा.