शुरुआती बढ़त के बाद 150 अंक टूटा सेंसेक्स, निफ्टी भी 8550 से फिसला

टेलीकॅाम, आटोमोबाइल्स और कैपिटल गुड्स सेक्टर में आई बिकवाली की वजह से सेंसेक्स और निफ्टी ने शुरुआती बढ़त को गंवा दिया है

टेलीकॅाम, आटोमोबाइल्स और कैपिटल गुड्स सेक्टर में आई बिकवाली की वजह से सेंसेक्स और निफ्टी ने शुरुआती बढ़त को गंवा दिया है

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kunal kaushal
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शुरुआती बढ़त के बाद 150 अंक टूटा सेंसेक्स, निफ्टी भी 8550 से फिसला

फाइल फोटो

टेलीकॅाम, आटोमोबाइल्स और कैपिटल गुड्स सेक्टर में आई बिकवाली की वजह से सेंसेक्स और निफ्टी ने शुरुआती बढ़त को गंवा दिया है। हफ्ते के पहले दिन बंबई स्टॅाक का  सेंसेक्स करीब 100 से अधिक अंकों की मजबूती के साथ खुला लेकिन बाद में बिकवाली के दबाव की वजह से सेंसेक्स करीब 150 से अधिक अंकों तक टूट गया। सेंसेक्स में सबसे अधिक नुकसान महिंद्रा एंड महिंद्रा, हीरो मोटोकॅार्प, एचडीएफसी, लार्सन एंड टुब्रो और भारती एयरटेल के शेयरों में देखने को मिल रहा है।

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बिकवाली के दबाव की वजह से सेंसेक्स में जहां 150 से अधिक अंकों की गिरावट आई है, वहीं निफ्टी 0.68 फीसदी की गिरावट के साथ करीब 70 अंक टूटकर 8516.10 पर कारोबार कर रहा है। निफ्टी में 45 शेयर फिलहाल लाल निशान  में जबकि 6 शेयर हरे निशान में ट्रेड कर रहा है। सेंसेक्स 143.63 अंक टूटकर 27529.97 अंक पर बंद हुआ जबकि निफ्टी 8520.40 के स्तर पर बंद हुआ। सोमवार को निफ्टी 8550 के अहम सपोर्ट लेवल को तोड़कर नीचे चला गया।

निवेशक फिलहाल बाजार को लेकर सतर्कता का रुख अख्तियार किए हुए हैं, जिसकी वजह से बाजार में उतार-चढ़ाव की स्थिति बनी हुई है। 

दबाव में कैपिटल गुड्स और आटो 

सेंसेक्स में आई कमजोरी की वजह आटो, टेलीकॅाम और कैपिटल गुड्स काउंटर में आई कमजोरी रही। बीएसई का आटो इंडेक्स बिकवाली के दबाव की वजह से 2 फीसदी से अधिक तक टूट चुका है। आटो इंडेक्स में करीब 500 से अधिक अंकों की गिरावट आई है।

सबसे अधिक नुकसान एमआरएफ, आयशर मोटर्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा और भारत फोर्ज के शेयर में सबसे अधिक नुकसान हुआ है वहीं मुनाफावसूली की वजह से बीएसई का टेलीकॅाम इंडेक्स करीब 2 फीसदी तक टूट चुका है।

फेडरल की दिसंबर में होने वाली बैठक में ब्याज दरों को लेकर जारी संशय और अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव की वजह से बाजार में भारी उतार-चढ़ाव जारी है। माना जा रहा है कि दिसंबर में होने वाली बैठक में फेड ब्याज दरों में बढ़ोतरी कर सकता है।

फेड के दरों में बढ़ोतरी किए जाने से भारत समेत एशियाई बाजारों से बड़े पैमाने पर निवेशकों के पैसा निकालने का आशंका बढ़ गई है। घरेलू कारणों में कंपनियों के खराब नतीजों की वजह से भी बाजार पर भी दबाव बढ़ा है। एफपीआई ने सोमवार को करीब 950 करोड़ रूपये की बिकवाली की है।

Source : News Nation Bureau

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