पेट्रोल और डीजल को जीएसटी (गुड्स एंड सर्विस टैक्स) में शामिल किए जाने की मांग को लेकर देश के 54,000 पेट्रोल पंप मालिक 13 अक्टूबर को राष्ट्रव्यापी हड़ताल पर जा रहे हैं।
AIPDA (ऑल इंडिया पेट्रोलियम डीलर्स असोसिएशन) का कहना है कि वह कई मांगों को लेकर वो हड़ताल कर रहे हैं। उनका कहना है कि डीलर को बढ़िया मार्जिन और कमीशन, पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स की सप्लाई में विसंगतियों को खत्म करना और इसे जीएसटी में शामिल करना हमारा मुद्दा है।
डीलर एसोसिएशन OMC (ऑयल मार्केटिंग कंपनी) के नए गाइडलाइंस से भी नाराज़ है। इस गाइडलाइंस में कहा गया है कि जो भी पंप मालिक पेट्रोल-डीजल देने में घपला करते पाए जाएंगे, उनसे 2 लाख रुपये का जुर्माना वसूला जाएगा।
इसके साथ ही डीलर एसोसिएशन 1 जुलाई से लागू रोज़ाना कीमतों में होने वाले बदलाव के नियम से भी नाराज़ है। एसोसिएशन का कहना है कि इससे मालिकों और उपभोक्ताओं किसी को भी फ़ायदा नहीं हो रहा।
अजय बंसल ने कहा, 'अगर ऑयल कंपनी की तरफ से हमें उपयुक्त जवाब नहीं मिलता है तो 27 अक्टूबर से हम लोग देशव्यापी हड़ताल पर जाएंगे।' डीलरों का कहना है कि राज्य सरकार द्वार संचालित तेल कंपनिया काफी समय से उन मांगो को लटकाए हुए है जिन पर नवम्बर 2016 को ही करार हो गया था।
बता दें कि हाल ही में पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों को लेकर विपक्षी नेताओं ने केंद्र सरकार पर काफी निशाना साधा है। विपक्ष का आरोप है कि पेट्रोलियम पदार्थों को जीएसटी के दायरे में क्यों नहीं लाया गया।
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HIGHLIGHTS
- पेट्रोल और डीजल को जीएसटी में शामिल किए जाने की मांग को लेकर देशव्यापी हड़ताल करेंगे डीलर्स
- देश के 54,000 पेट्रोल पंप मालिकों ने 13 अक्टूबर को राष्ट्रव्यापी हड़ताल पर जाने का ऐलान किया है
Source : News Nation Bureau