Sovereign Gold Bond Scheme (Photo Credit: File Photo)
नई दिल्ली:
Sovereign Gold Bond Scheme: सोवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम 2022-23 के तहत भारत सरकार आपको गोल्ड बॉन्ड खरीदने का मौका दे रही है. जानकार गोल्ड निवेश को सुरक्षित बताते हैं अगर आप भी गोल्ड में निवेश की योजना बना रहे हैं तो इसके लिए कल तक ही मौका है. रिस्क ना लेने वाले ग्राहकों के लिए सरकार की सोवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम 2022-23 निवेश के लिए 24 जून यानि कल तक ही ओपन है. बता दें भारतीय रिजर्व बैंक ने साल 2022-23 में इस स्कीम की पहली सीरीज के लिए इश्यू प्राइस 5,091 प्रति ग्राम तय किया है. इसी के साथ डिजिटल मोड से पेमेंट करने पर 50 रुपये प्रति ग्राम की छूट का फायदा भी उठाया जा सकता है. भारतीय स्टेट बैंक ने ग्राहकों को स्कीम के बारे में जानकारी दी है. आइए स्कीम के फायदों पर नजर डालते हैं.
निवेश पर ब्याज का लाभ
सोवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम 2022-23 में निवेश करने पर 2.5 फीसदी सालाना ब्याज का लाभ मिलता है.
बॉन्ड पर पैसा निकाल में कोई टैक्स नहीं
सोवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम पर निवेश के बाद अगर ग्राहक बॉन्ड से पैसा निकालता है तो रकम पर कैपिटल गेन टैक्स नहीं लगता है
मैच्योरिटी के बाद बदलें कैश में
सोवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम का मैच्योरिटी पीरियड 8 सालों का होता है जबकि लॉक इन पीरियड 4 सालों का होता है. मैच्योरिटी पीरियड के बाद इसे कभी भी कैश में बदला जा सकता है.
जीएसटी का कोई भुगतान नहीं
फिजिकल गोल्ड खरीदने पर इसमें जीएसटी और मेकिंग चार्जेस अलग से देने होते हैं जबकि गोल्ड में निवेश करने पर सिर्फ शुद्ध सोने की कीमत ही अदा करनी होती है.
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रखरखाव की झंझट नहीं
फिजिकल गोल्ड को खरीदने पर इसके रखरखाव का भी ध्यान रखना होता है. वहीं गोल्ड बॉन्ड एक पेपर फॉर्म है इसलिए इसमें सोना स्टोर करने की झंझट नहीं रहती.
लोन भी ले सकते हैं
सोवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम में निवेश का एक बड़ा फायदा ये कि ग्राहक लोन के लिए आसानी से अप्लाई कर सकता है.