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Sovereign Gold Bond Scheme 2021-22: आज से सस्ता सोना खरीदने का मौका, जानिए कैसे उठाएं फायदा

Sovereign Gold Bond Scheme 2021-22: सरकार ने 12 मई 2021 को अधिसूचना जारी करके सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम 2021-22 सीरीज 1, 2 3, 4, 5, 6 का ऐलान किया था.

Updated on: 24 May 2021, 01:20 PM

highlights

  • गोल्ड बॉन्ड की दूसरी सीरीज की बिक्री आज से शुरू हो गई है और इसकी बिक्री 28 मई तक होगी
  • सरकार ने 12 मई को अधिसूचना जारी करके सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम सीरीज का ऐलान किया था

नई दिल्ली:

Sovereign Gold Bond Scheme 2021-22: अगर आप सस्ता सोना खरीदने की योजना बना रहे हैं तो आपके लिए बड़ी खुशखबरी है. सरकार ने ऐसे निवेशकों के लिए सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की दूसरी सीरीज को लॉन्च कर दिया है. सरकार ने सरकारी गोल्ड बॉन्ड की दूसरी सीरीज का इश्यू प्राइस 4,842 रुपये प्रति ग्राम तय किया हुआ है. गोल्ड बॉन्ड की दूसरी सीरीज की बिक्री आज से शुरू हो गई है और इसकी बिक्री 28 मई तक होगी. सरकार ने 12 मई 2021 को अधिसूचना जारी करके सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम 2021-22 सीरीज 1, 2 3, 4, 5, 6 का ऐलान किया था. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड 2021-22 की पहली सीरीज 17 मई को खुली थी और इसका इश्यू प्राइस 4,777 रुपये प्रति ग्राम तय किया गया था. ऑनलाइन और डिजिटल तरीके से पेमेंट करने वाले निवेशकों को इश्यू प्राइस पर 50 रुपये प्रति ग्राम का डिस्काउंट ऑफर किया जा रहा है.

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यहां से खरीदा जा सकता है गोल्ड बॉन्ड  
गोल्ड बॉन्ड की बिक्री स्टॉक होल्डिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (Stock Holding Corporation of India-SHCIL), चुनिंदा पोस्ट ऑफिस (Post Office), बैंकों, NSE और BSE के जरिए की जाती है. निवेशक इनमें से किसी भी एक जगह से गोल्ड बॉन्ड की खरीदारी कर सकते हैं. गौरतलब है कि इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन लिमिटेड (IBJA) की ओर से पिछले 3 दिन 999 प्योरिटी वाले सोने के दाम के आधार पर गोल्ड बॉन्ड की कीमत तय होती है.

न्यूनतम 1 ग्राम तक खरीद सकते हैं सोना
सरकार ने सोने की मांग को कम करने और घरेलू बचत के एक हिस्से को वित्तीय बचत में बदलने के उद्देश्य से सरकारी स्वर्ण बांड योजना की शुरुआत नवंबर 2015 में की थी. गोल्ड बॉन्ड में वित्तीय वर्ष (अप्रैल-मार्च) में प्रति व्यक्ति न्यूनतम निवेश एक ग्राम है, जबकि अधिकतम सीमा 500 ग्राम है. व्यक्तिगत और हिंदू अविभाजित परिवार (HUF) के लिए निवेश की अधिकतम सीमा 4 किलोग्राम और ट्रस्टों और संस्थाओं के लिए 20 किलोग्राम रखी गई है.

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गोल्ड बॉन्ड खरीदने के फायदे
निवेशकों को कम से कम 1 ग्राम का बॉन्ड खरीदने की भी सुविधा मिलती है. निवेशकों को गोल्ड बॉन्ड के बदले लोन लेने की भी सुविधा है. पूंजी और ब्याज दोनों की सरकारी (सॉवरेन) गारंटी मिलती है. इंडिविजुअल को लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स नहीं देना होगा. कर्ज लेने के लिए गोल्ड बॉन्ड का इस्तेमाल कोलेट्रल के रूप में किया जा सकता है. इसके अलावा गोल्ड बॉन्ड में निवेश करने पर टीडीएस (TDS) भी नहीं कटता है.