कोरोना वायरस (Coronavirus) के कहर का असर भारत की अर्थव्यवस्था पर भी तेजी से पड़ रहा है. देश दुनिया में खास पहचान रखने वाला ज्वैलरी मार्केट (Jewellery Market) संकट के दौर से गुजर रहा है. कोरोना ने गोल्ड मार्केट की कमर तोड़ कर रख दी है. दरअसल, जयपुर में सोना एक ही दिन में रिकॉर्ड ऊंचाई तक पहुंच गया है. महंगा होने की वजह से खरीदार मार्केट का रुख कम कर रहे हैं. ज्वैलर्स का कहना है सोना अभी आगे और भी महंगा हो सकता है.
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सोने की सुरक्षित निवेश मांग में बढ़ोतरी
जयपुर का ज्वैलरी बाजार लंबे समय से अच्छे दिनों का इंतजार कर रहा है मगर लगातार संकटों से जूझ रहे गोल्ड मार्केट से अच्छे दिन तो मानो रूठ ही गए हैं. नोटबंदी, जीएसटी से संभलने का प्रयास कर रहे सर्राफा बाजार की कोरोना वायरस ने कमर तोड़ दी है. यही वजह है कि सोना रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया है. जयपुर में सोने में एक दिन की सबसे बड़ी तेजी देखने को मिल रही है. सोना स्टैंडर्ड 1,500 रुपये प्रति 10 ग्राम महंगा हो गया है. सोने का भाव 44,760 के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है. कोरोना के कारण वैश्विक अर्थव्यवस्था की विकास दर में कमी का अनुमान सामने आने के बाद से दुनियाभर में सुरक्षित निवेश के लिए सोना-चांदी की मांग बढ़ी है.
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अमेरिकी सेंट्रल बैंक फेडरल रिजर्व की ओर से ब्याज दरों में आधा फीसदी की कटौती और डॉलर के मुकाबले रुपया कमजोर होने से बुधवार को जयपुर सर्राफा बाजार में सोना एक ही दिन में 1,500 रुपए महंगा होकर 44,760 रुपए प्रति दस ग्राम के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया. इससे पहले 24 फरवरी को जयपुर में सोने ने 44,180 रुपए के स्तर पर पहुंच कर नया रिकॉर्ड बनाया था. सोने में पहली बार एक दिन की सबसे बड़ी तेजी दर्ज की गई है.
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दरअसल कोरोना वायरस की मार गोल्ड मार्केट को भारी नुकसान पहुंचा रहा है. एक्सपोर्ट और इंपोर्ट समाप्त हो चुका है. खरीदार नहीं आ रहे हैं. विदेशी टूरिस्ट पर रोक ने सबसे बड़ा झटका सोने के बाजार को दिया है. जयपुर आने वाला विदेशी पर्यटक यहां की ऐतिहासिक इमारतों को देखने के साथ ही ज्वैलरी, डायमंड और कपड़ों की खरीदारी भी करता है. इससे पहले 3 इंटरनेशनल ज्वैलरी शो कैंसिल हो चुके हैं, जिनमें करीब 2 हजार करोड़ का नुकसान ज्वैलरी मार्केट को हो चुका है.