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सोने को लेकर लोगों में क्यों है इतनी दीवानगी, जानिए इसके पीछे की असली वजह

Gold News: 2019 में विदेशी बाजार में सोने ने करीब 19 फीसदी का रिटर्न निवेशकों को दिया है, जबकि घरेलू बाजार की बात करें तो यहां निवेशकों को सोने में निवेश से 25 फीसदी का जोरदार रिटर्न मिला है.

Updated on: 14 Jan 2020, 12:53 PM

नई दिल्ली:

Gold News: भारत में सोने को लेकर हजारों साल से एक अलग तरह की दीवानगी रही है. सभी तरह के लोगों में सोने (Gold Rate Today) की खरीदारी को लेकर बेचैनी रहती है. शायद यही वजह है कि जब भी विदेशी बाजार में सोने की कीमतों में तेजी आती है तो घरेलू बाजार में सोने की चमक में जोरदार तरीके से बढ़ जाती है. बता दें कि 2019 में विदेशी बाजार में सोने ने करीब 19 फीसदी का रिटर्न निवेशकों को दिया है, जबकि घरेलू बाजार की बात करें तो यहां निवेशकों को सोने में निवेश से 25 फीसदी का जोरदार रिटर्न मिला है.

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जरूरत को पूरा करने के लिए विदेशों से होता है इंपोर्ट
भारत में सोने की मांग के अनुपात में खनन और उत्पादन काफी कम है. मौजूदा समय में घरेलू मांग को पूरा करने के लिए विदेशों से सोने का इंपोर्ट किया जाता है और उसके बाद देश में इंपोर्टेड सोने की ज्वैलरी बनाई जाती है. आंकड़ों के मुताबिक वित्त वर्ष 2019 में देश में 9.83 लाख किलोग्राम सोने का इंपोर्ट दर्ज किया गया था. बता दें कि 2019 में पिछले 5 साल में सबसे ज्यादा सोने का इंपोर्ट हुआ था. दरअसल, भारत में सोने के प्रति लोगों के लगाव की असली वजह इसकी सामाजिक कीमत (Social Value) होना है. साथ ही इसे काफी लिक्विड भी माना जाता है. लिक्विड से आशय है कि जरूरत के समय सोने को अपने आस-पास कभी भी आसानी से भुनाया जा सकता है.

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ग्रामीण इलाकों में अच्छी मांग
भारत में सोने की मांग को लेकर दीवानगी इतनी ज्यादा है कि आमदनी बढ़ते ही लोग सोने में निवेश करना शुरू कर देते हैं. ग्रामीण इलाकों में खेती से अधिक आय होने की स्थिति में सोने की खरीदारी बढ़ जाती है. इसके अलावा मुश्किल घड़ी में वे इसे बेचकर अपनी समस्या का समाधान कर लेते हैं. सोने के साथ एक अच्छी बात ये है कि इसे कहीं भी कभी भी आसानी से बेचा जा सकता है. छोटे ज्वैलर्स भी सोने की खरीदारी के लिए तैयार रहते हैं. सोने को सोशल स्टेट्स के तौर पर देखा जाता है, यानि कि अगर आपके शरीर पर सोना अधिक मात्रा में है तो उसे काफी धनवान और वर्चस्व वाला माना जाता है.

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निवेश के लिए बेहतरीन विकल्प
जानकारों का कहना है कि किसी भी निवेशक को अपने पोर्टफोलियो में कुल निवेश का करीब 15-20 फीसदी सोने में निवेश करना चाहिए. यहां यह ध्यान देने वाली बात है कि सुरक्षित होने की वजह से सिर्फ सोने में ही सारे पैसे का निवेश नहीं करना चाहिए. एक्सपर्ट्स की राय में हमेशा अपने पोर्टफोलियो को डाइवर्सिफाइ रखना चाहिए.