नोटबंदी के बाद कैशलेस इकनॉमी की दिशा में कदम बढ़ाते हुए सरकार जल्द ही आधार कार्ड को सभी तरह के लेन-देन का आधार बना सकती है। साफ शब्दों में कहा जाए तो अब डेबिट कार्ड या क्रेडिट कार्ड की जगह आधार कार्ड से ही सभी तरह के भुगतान होंगे।
नीति आयोग और सरकार जल्द ही इस योजना को अमली जामा पहनाने की रूप ऱेखा तैयार कर रही है ताकि देश की इकनॉमी को पूरी तरह से कैशलेस बनाया जा सके।
एक अंग्रेजी अखबार से बातचीत में यूआईडीएएआई के महानिदेशक अजय पांडेय ने बताया, 'आधार से जुड़ा हुआ लेन-देन कार्ड और पिन रहित होगा। इसकी मदद से एंड्राएड यूज करने वाले मोबाइल यूजर्स अपने आधार नंबर और बायोमीट्रिक डेटा का इस्तेमाल कर डिजिटल ट्रांजैक्शन कर सकेंगे।'
पांडेय ने कहा आधार को सभी लेन-देन का आधार बनाने के लिए अभी कई अलग-अलग रणनीति पर काम करना होगा। इसके लिए मोबाइल फोन कंपनियों, व्यापारियों और बैंकों के साथ बातचीत करनी होगी।
नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने कहा, 'हम भारत में कारोबार करने वाली सभी कंपनियों से आइरिसस और अंगूठे के निशान को पढ़ने वाले फीचर के साथ फोन बनाने के लिए कह रहे हैं।' कांत मुख्यमंत्रियों की भागीदारी वाली उस समिति के सदस्य है जो अगले एक साल के दौरान भारत में डिजिटल पेमेंट लागू किए जाने की दिशा में काम कर रही है।
HIGHLIGHTS
- सरकार जल्द ही आधार कार्ड को सभी तरह के लेन-देन का आधार बना सकती है
- अब डेबिट कार्ड या क्रेडिट कार्ड की जगह आधार कार्ड से ही सभी तरह के भुगतान होंगे
Source : News Sate Bureau