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भारत की जीडीपी (GDP) को लेकर विश्व बैंक (World Bank) ने जताया ये बड़ा अनुमान

विश्व बैंक (World Bank) ने 2019-20 में भारत की आर्थिक वृद्धि (GDP Growth Rate) की रफ्तार कम होकर 5 फीसदी रहने का अनुमान जताया है.

Updated on: 10 Jan 2020, 11:07 AM

नई दिल्ली:

विश्व बैंक (World Bank) ने 2019-20 में भारत की आर्थिक वृद्धि (GDP Growth Rate) की रफ्तार कम होकर 5 फीसदी रहने का अनुमान जताया है. हालांकि उसने कहा है कि अगले साल 2020-21 में आर्थिक वृद्धि दर सुधरकर 5.8 प्रतिशत पर पहुंच सकती है. विश्व बैंक की हाल में जारी 'वैश्विक आर्थिक संभावनाएं' रिपोर्ट में यह अनुमान लगाया गया है. रिपोर्ट के मुताबिक भारत में गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (NBFC) के कर्ज के वितरण में नरमी जारी रहने का अनुमान है, इसके चलते भारत की वृद्धि दर 2019-20 में 5 फीसदी और 2020-21 में सुधरकर 5.8 प्रतिशत रह सकती है.

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वित्त वर्ष 2019-20 में पाकिस्तान की जीडीपी 2.4 फीसदी रहने का अनुमान
वहीं दूसरी ओर विश्व बैंक ने वित्त वर्ष 2019-20 में बांग्लादेश की जीडीपी विकास दर 7 फीसदी से ऊपर और पाकिस्तान की जीडीपी ग्रोथ 2.4 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है. उसने कहा कि गैर-बैंकिंग वित्तीय क्षेत्र के ऋण वितरण में नरमी से भारत में घरेलू मांग पर पर काफी असर पड़ रहा है. रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में ऋण की अपर्याप्त उपलब्धता और निजी उपभोग में नरमी से गतिविधियां संकुचित हुई है. उल्लेखनीय है कि सरकार ने मंगलवार को जारी आंकड़ों में 2019-20 में आर्थिक वृद्धि दर के पांच प्रतिशत रहने का अनुमान व्यक्त किया है. सरकार ने विनिर्माण और निर्माण क्षेत्र के खराब प्रदर्शन को इसका कारण माना है। यह 11 साल की सबसे धीमी वृद्धि दर होगी.

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8 फीसदी GDP ग्रोथ के लिए श्रम उत्पादकता को बढ़ाना होगा: इंडिया रेटिंग्स
देश को आठ प्रतिशत की आर्थिक वृद्धि दर हासिल करने के लिए श्रम उत्पादकता को 6.3 प्रतिशत की दर से बढ़ाना होगा. क्रेडिट रेटिंग एजेंसी (Credit Rating Agency) इंडिया रेटिंग्स (India Ratings) ने यह अनुमान जताया है. वित्त वर्ष 2018-19 में श्रम उत्पादकता वृद्धि 5.2 प्रतिशत पर रही. इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च ने बयान में कहा कि भारत को अपनी श्रम उत्पादकता को 6.3 प्रतिशत की वृद्धि दर की रफ्तार से बढ़ाना होगा ताकि आठ प्रतिशत की जीडीपी वृद्धि दर (GDP Growth Rate) को हासिल किया जा सके. नौ प्रतिशत की जीडीपी वृद्धि दर के लिए श्रम उत्पादकता को 7.3 प्रतिशत पर ले जाना होगा. (इनपुट भाषा)