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उद्योगों के साथ नोएडा के विकास को मिली रफ्तार

उद्योगों के साथ नोएडा के विकास को मिली रफ्तार

Updated on: 18 Aug 2021, 11:20 AM

लखनऊ:

उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर यानी नोएडा जिले को नया रूप देने के लिए राज्य सरकार द्वारा लिए गए फैसलों का असर अब दिखने लगा है। अब नोएडा में बड़े बड़े उद्योग तो लग ही रहे हैं, शहर में करोड़ों रुपयों के विकास कार्य हो रहे हैं। माइक्रोसाफ्ट, सैमसंग, हीरानंदानी, केंट आरओ, अडानी, आइका जैसी कंपनियां अपनी यूनिट नोएडा में लगा रही हैं।

जेवर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट और फिल्म सिटी का निर्माण भी जल्दी ही शुरू करने की तैयारी है। वहीं दूसरी तरफ नोएडा विकास प्राधिकरण ने इन चार वर्षो में 10,757 करोड़ रुपए से शहर के विकास को गति देते हुए 2100 प्रोजेक्ट पूरे किए हैं। नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्वा लाइन मेट्रो का संचालन, कमांड कंट्रोल सेंटर और पुलिस कमिश्नरेट कार्यालय तथा सेक्टर -39 में स्थित कोविड हास्पिटल का निर्माण रिकार्ड समय में पूरा किया गया है। इन सबके चलते ही अब नोएडा में उद्योगों के साथ विकास को भी रफ्तार मिली है।

नोएडा विकास प्राधिकरण और यीडा द्वारा अलग -अलग तैयार कराए गए ब्यौरे के अनुसार बीते चार वर्षो में न्यू ओखला औद्योगिक विकास प्राधिकरण और यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) ने 2418 बड़े निवेशकों को फैक्ट्री लगाने के लिए जमीन आवंटित की है।

नोएडा विकास प्राधिकरण के अनुसार बीते चार वर्षों में प्राधिकरण ने 855 उद्यमियों नोएडा में जमीन आवंटित की है। यह उद्यमी 16,523 करोड़ रुपए का निवेश कर अपनी फैक्ट्री नोएडा में लगा रहे हैं, जिसमें 2,60,413 रोजगार मिलेगा। नोएडा प्राधिकरण से प्राप्त भूमि पर सैमसंग, पेटीएम, मदरसन ग्रुप, केंट आरओ, हल्दीराम, आइका, रोटोपम्पस, डिक्सन टेक्नोलॉजी और वेस्टवे इलेक्ट्रानिक्स जैसी कंपनियां अपनी फैक्ट्री लगा रही हैं। इसी प्रकार यीडा ने 1564 उद्यमियों को फैक्ट्री लगाने के लिए जमीन आवंटित की है।

यीडा के अधिकारियों के अनुसार यीडा के क्षेत्र में जेवर अतंरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से लेकर फिल्म सिटी का निर्माण होना है। इसके अलावा सेक्टर -33 में टॉय पार्क, सेक्टर - 29 और 32 में एमएसएमई पार्क और सेक्टर -28 में मेडिकल डिवाइस पार्क बनेगा। टॉय पार्क में 410 करोड़ रुपए, एमएसएमई पार्क में 2345 करोड़ रुपए तथा मेडिकल डिवाइस पार्क में 5250 करोड़ रुपए का निवेश होगा और हजारों लोगों को इन पार्कों में रोजगार मिलेगा। इसके अलावा नोएडा के दादरी क्षेत्र में मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक्स पार्क और बोडाकी में ट्रांसपोर्ट हब, ग्रेटर नोएडा क्षेत्र को उत्तरी भारत के सबसे बड़े लॉजिस्टिक्स हब के रूप में स्थापित करने की योजनाओं पर कार्य किया जा रहा।

मुख्यमंत्री नोएडा को प्रदेश के सबसे नियोजित शहर के रुप में विकसित करने में जुटे हैं। जिसके तहत नोएडा विकास प्राधिकरण शहर के निवासियों को अत्याधुनिक सुविधाएं मुहैया करा रहा है। जिसके तहत 5503 करोड़ रुपए की लागत से एक्वा लाइन मेट्रो परियोजना का संचालन शुरू कराया गया। शहर में छह मुख्य स्थानों पर मल्टीलेविल कार पार्किं ग बनवाने के साथ ही 474 करोड़ रुपए से विद्युत उपकेन्द्र बनाने और 2192 करोड़ रुपए सड़क निर्माण पर खर्च किए गए हैं। 82 करोड़ रुपए तीन पार्क के निर्माण कराने के साथ ही नोएडा प्राधिकरण ने शहर में 102519 एलईडी लाइट लगवायी हैं। शहर में विकास कार्यों पर खर्च किए गए 10,757 करोड़ रूपयों के चलते अब नोएडा शहर एक ऐसा चमकता दमकता शहर है। जहां बड़े बड़े होटल हैं, शानदार मल्टीप्लेक्स हैं बहुराष्ट्रीय कंपनियों की फैक्ट्रियां हैं।

अपर मुख्य सचिव का कहना है कि नोएडा में हो रहे निवेश और तेजी से हो रहे विकास के चलते यहां (नोएडा) के बाद कंपनियां इसके आसपास के इलाकों की ओर आएंगी। यहां से फिर आसपास के दूसरे इलाके विकसित होंगे और यह क्रम चलता रहेगा।

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