कोविड-19 के आर्थिक प्रभाव को कम करने को लेकर सरकार ने देश में पर्यटन क्षेत्र को फिर से पटरी पर लाने के लिए विभिन्न उपायों की घोषणा की है। इसमें चिकित्सा और कल्याण पर्यटन शामिल हैं। इसके तहत मेडिकल वीजा की भी शुरूआत की गई है, जिसे चिकित्सा उपचार को लेकर भारत आने वाले विदेशी यात्रियों को विशिष्ट उद्देश्य के लिए प्रदान किया जा सकता है। भारत सरकार, देश में चिकित्सा पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए 156 देशों के नागरिकों को ई-मेडिकल वीजा सुविधा प्रदान की है।
दरअसल केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय ने देश के विकास में तेजी लाने वाले चिकित्सा मूल्य यात्रा और निरोगता पर्यटन को मान्यता दी है। भारत को एक चिकित्सा व कल्याण पर्यटन स्थल के रूप में बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए हैं। पर्यटन मंत्रालय ने भारत को चिकित्सा और कल्याण पर्यटन स्थल के रूप में बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार के मंत्रालयों, राज्य सरकारों और निजी क्षेत्र के बीच एक मजबूत ढांचा व समन्वय स्थापित करने को लेकर चिकित्सा एवं कल्याण पर्यटन के लिए एक राष्ट्रीय रणनीति और रोडमैप तैयार किया है। यह जानकारी पर्यटन मंत्री जी. किशन रेड्डी ने सोमवार को लोकसभा में दी।
यह रणनीति दस्तावेज जिन प्रमुख स्तंभों पर केंद्रित है उनमें, भारत के लिए एक कल्याण स्थल के रूप में एक ब्रांड विकसित करना, चिकित्सा और स्वास्थ्य पर्यटन के लिए इकोसिस्टम को मजबूत बनाना, ऑनलाइन मेडिकल वैल्यू ट्रैवल (एमवीटी) पोर्टल स्थापित करके डिजिटलाइजेशन को सक्षम करना,चिकित्सा मूल्य यात्रा के लिए पहुंच में बढ़ोतरी करना, कल्याण पर्यटन को बढ़ावा देना, शासन और संस्थागत ढांचा शामिल हैं।
चिकित्सा पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य को आगे बढ़ाने के लिए समर्पित संस्थागत ढांचा प्रदान करने के उद्देश्य से पर्यटन मंत्रालय ने पर्यटन मंत्री की अध्यक्षता में एक राष्ट्रीय चिकित्सा और कल्याण पर्यटन बोर्ड का गठन भी किया है।
पर्यटन मंत्रालय अपनी जारी गतिविधियों के तहत देश के विभिन्न पर्यटन स्थलों और उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए अतुल्य भारत ब्रांड-लाइन के अधीन विदेशों के महत्वपूर्ण व संभावित बाजारों में वैश्विक प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और ऑनलाइन मीडिया अभियान संचालित कर रहा है। चिकित्सा पर्यटन की विषयवस्तु सहित विभिन्न विषयों पर मंत्रालय के सोशल मीडिया अकाउंटों के जरिए नियमित रूप से डिजिटल प्रचार भी किए जाते हैं।
पर्यटन मंत्रालय विपणन विकास सहायता योजना के तहत एनएबीएच की ओर से मान्यता प्राप्त चिकित्सा पर्यटन सेवा प्रदाताओं को चिकित्सा, पर्यटन मेलों, चिकित्सा सम्मेलनों, कल्याण सम्मेलनों, स्वास्थ्य मेलों और संबद्ध रोड शो में हिस्सा लेने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करता है। पिछले चार वित्तीय वर्षों के दौरान विपणन विकास सहायता योजना के तहत कल्याण पर्यटक सेवा प्रदाताओं और चिकित्सा सेवा प्रदाताओं को 17,70,499 रुपये की वित्तीय सहायता जारी की गई है।
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Source : IANS