केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बुधवार को हरित हाइड्रोजन आधारित उन्नत ईंधन सेल इलेक्ट्रिक वाहन (एफसीईवी), टोयोटा मिराई के लिए पायलट प्रोजेक्ट लॉन्च किया और इसे अपनी तरह का पहला प्रोजेक्ट बताया। भारत में जिसका उद्देश्य हरित हाइड्रोजन और एफसीईवी प्रौद्योगिकी की अनूठी उपयोगिता के बारे में जागरूकता पैदा करके एक पारिस्थितिकी तंत्र बनाना है।
टोयोटा किर्लोस्कर मोटर प्राइवेट लिमिटेड और इंटरनेशनल सेंटर फॉर ऑटोमोटिव टेक्नोलॉजी (आईसीएटी) भारतीय सड़कों और जलवायु परिस्थितियों के लिए हाइड्रोजन पर चलने वाली दुनिया की सबसे उन्नत एफसीईवी टोयोटा मिराई का अध्ययन और मूल्यांकन करने के लिए एक पायलट प्रोजेक्ट का संचालन कर रहे हैं।
यह एक महत्वपूर्ण पहल है, जो जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता कम करके स्वच्छ ऊर्जा और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देगी और इस तरह 2047 तक भारत को ऊर्जा आत्मनिर्भर बनाएगी।
गडकरी ने कहा, हरित हाइड्रोजन द्वारा संचालित एफसीईवी सबसे अच्छे शून्य उत्सर्जन समाधानों में से एक है। यह पूरी तरह से पर्यावरण के अनुकूल है, जिसमें पानी के अलावा कोई टेलपाइप उत्सर्जन नहीं है।
मंत्री ने कहा कि अक्षय ऊर्जा और प्रचुर मात्रा में उपलब्ध बायोमास से हरित हाइड्रोजन उत्पन्न किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि हरित हाइड्रोजन की क्षमता का दोहन करने के लिए प्रौद्योगिकी को अपनाना भारत के लिए स्वच्छ और किफायती ऊर्जा भविष्य हासिल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
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Source : IANS