देश भर में बढ़ते पेट्रोल के दामों के मद्देनजर लोग अब अपनी चार पहिया वाहन में सीएनजी किट लगवाना ज्यादा पसंद कर रहे हैं। हाल ही दिनों में सीएनजी किट लगवाने को लेकर लोगों ने ज्यादा पूछताछ की है।
हालांकि रॉ मेटीरियल की कमी के कारण एक सीएनजी किट के दाम में भी करीब 10 हजार का इजाफा हुआ है। वहीं लोगों को सीएनजी किट समय अनुसार मिल भी नहीं पा रही है।
दरअसल पेट्रोल के मुकाबले सीएनजी की गाड़ियों में ईंधन का खर्च कम आता है। वहीं प्रति किलोमीटर भी सीएनजी की गाड़ियां ज्यादा चलती हैं।
जिन 4 पहिया वाहन चालकों के पास सीएनजी किट लगवाने के विकल्प मौजूद है वह ईंधन के खर्च को कम करने के उद्देश्य से सीएनजी किट लगवाना पसंद कर रहे हैं।
दरअसल सीएनजी किट के 4 किलो के सिलेंडर को बार फुल कराने पर करीब 150 किलोमीटर तक चल सकती है। वहीं 500 रुपये के पेट्रोल में गाड़ी 100 किलोमीटर से भी कम चल पाती है।
दिल्ली से सटे गाजियाबाद में सीएनजी किट सिलेंडर का कारोबार करने वाले दानिश बताते है कि, हर दिन मेरी दुकान पर करीब 10 से 15 लोग सीएनजी किट लगवाने के लिए आते हैं। लेकिन बढ़ती सीएनजी किट की मांगों को देखते हुए, पीछे से ही समय अनुसार माल नहीं आ रहा, इसलिए हर किसी गाड़ी में सीएनजी किट लगाने में मुश्किल आ रही है।
वहीं अब सीएनजी किट ब्लैक में भी अब बिकना शुरू हो गई है। सीएनजी किट के दाम भी इसी कारण बढ़ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि, पहले एक गाड़ी में 30 हजार के करीब एक किट लग जाती थी लेकिन अब 40 हजार के आस पास लग रही है।
सीएनजी किट लगवाने पहुंचे एक ग्राहक के अनुसार, पेट्रोल की कीमत बढ़ने के बाद गाड़ी चलाना आसान नहीं है तो ऐसे में अब गाड़ी में सीएनजी किट लगवा रहे हैं क्योंकि पेट्रोल के मुकाबले सीएनजी का खर्च काफी कम है।
देश भर के विभिन्न राज्यो में पेट्रोल के दाम 100 रुपये के पार पहुंच चुके हैं, वहीं डीजल के दाम भी लगभग शतक मारने वाले हैं। दूसरी ओर कोरोना काल में आर्थिक तंगी और फिर पेट्रोल की दाम के मद्देनजर लोग कोशिश यही कर रहे हैं कि खचरें को कम किया जा सके।
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
Source : IANS