शेयर बाजार में बिकवाली का दबाव, बैंकिंग शेयरों में भारी गिरावट (लीड-1)
शेयर बाजार में बिकवाली का दबाव, बैंकिंग शेयरों में भारी गिरावट (लीड-1)
मुंबई:
शेयर बाजार से विदेशी फंडों के दबाव के चलते बिकवाली का असर देखने को मिला जिससे घरेलू सूचकांक प्रभावित हुए। इस वजह से शेयर बाजार में शुक्रवार को दोपहर के कारोबारी सत्र के दौरान कमजोरी देखने को मिली।गुरुवार को एफआईआई ने बीएसई, एनएसई और एमएसईआई पर 3,818.51 करोड़ रुपये की बिकवाली की।
शुरूआत में शुक्रवार को दोनों सूचकांक लाल निशान में खुले, हालांकि, वे सुबह के नुकसान से कुछ हद तक उबरने में कामयाब रहे हैं।
वैश्विक स्तर पर, एशियाई बाजारों में धीमी बढ़ोतरी और बढ़ती मुद्रास्फीति की चिंताओं के बीच मिला-जुला कारोबार जारी रहा।
घरेलू मोर्चे पर एनएसई पर कारोबार पिछले दिन के स्तर से थोड़ा ऊपर रहा।
सेक्टरों में हेल्थकेयर को फायदा हुआ जबकि बैंकों को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ।
दोपहर करीब 2.35 बजे 30 शेयरों वाला संवेदनशील सूचकांक 390.92 अंक यानी 0.65 फीसदी की गिरावट के साथ 59,593.78 अंक पर कारोबार कर रहा था।
सेंसेक्स अपने 59,984.70 अंक के पिछले बंद से 59,857.33 अंक पर खुला।
इसके अलावा, एनएसई निफ्टी50 96.60 अंक या 0.54 प्रतिशत की गिरावट के साथ 17,760.65 अंक पर कारोबार कर रहा था।
यह अपने पिछले बंद 17,857.25 अंक से 17,833.05 अंक पर खुला।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के रिटेल रिसर्च प्रमुख दीपक जसानी ने कहा, निफ्टी में तेजी से बिकवाली हो रही है और यह बिकवाली संभवत: एफपीआई की तरफ से हो रही है।
वैश्विक बाजारों में स्थिरता इस बिकवाली को रोक सकती है और निफ्टी में बढ़त की ओर ले जा सकती है।
कैपिटल वाया ग्लोबल रिसर्च की वरिष्ठ शोध विश्लेषक लेखिता चेपा के अनुसार, घरेलू धारणा अन्य एशियाई बाजारों से मिले-जुले संकेतों से प्रभावित है।
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Good Friday 2024: क्यों मनाया जाता है गुड फ्राइडे, जानें प्रभु यीशु के बलिदान की कहानी
-
Sheetala Ashtami 2024: कब है 2024 में शीतला अष्टमी? जानें पूजा कि विधि, शुभ मुहूर्त और महत्व
-
Chaitra Navaratri 2024: भारत ही नहीं, दुनिया के इन देशों में भी है माता के शक्तिपीठ
-
Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य के अनुसार देश का शासक कैसा होना चाहिए, जानें