दक्षिणी दिल्ली नगर निगम ने हरित ऊर्जा के क्षेत्र में कदम बढ़ाते हुए आई जी एल के साथ मिलकर एकीकृत कंप्रेस्ड बायो गैस संयंत्र लगाने के लिए समझौता किया। यह प्रस्तावित संयंत्र ऑर्गेनिक कचरा जैसे की ठोस कचरा एवं बागवानी कचरे का इस्तेमाल करते हुए उससे कंप्रेस्ड बायो गैस बनाएगा।
आरंभ में यह संयंत्र दक्षिणी निगम के पश्चिमी क्षेत्र के हस्तसाल में स्थापित किया जायेगा, जिसे आगे चलकर दक्षिणी निगम के अधिकार क्षेत्र में आने वाली अन्य जगहों पर भी लगाया जाएगा।
समझौता पत्र पर हस्ताक्षर केंद्रीय शहरी विकास एवं पेट्रोलियम व नैचुरल गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी की उपस्थिति में किए गए। इस अवसर पर दक्षिणी दिल्ली के महापौर मुकेश सूर्यान, अध्यक्ष स्थाई समिति कर्नल बी के ओबेरॉय, आयुक्त ज्ञानेश भारती, निदेशक पर्यावरण प्रबंधन सेवा विभाग दिनेश यादव सहित आई जी एल एवं दक्षिणी निगम के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
स्थापित संयंत्र की क्षमता 100 टन प्रतिदिन होगी तथा इसे 20 वर्ष की अवधि के लिए लगाया जाएगा। दक्षिणी निगम संयंत्र के लिए इसके परिचालन की पूर्ण अवधि तक ठोस कूड़ा प्रबंधन नियम 2016 के नियमों के अनुसार पृथक किया हुआ जैविक गीला कूड़ा प्रदान करेगी।
इस संयंत्र को स्थापित करने के लिए दक्षिणी निगम हस्तसाल में 6000 से 8000 वर्गमीटर जगह निशुल्क उपलब्ध कराएगा, जिसमें से लगभग 1500 वर्गमीटर जगह एकीकृत सी बी जी-सी एन जी ईंधन संयंत्र के लिए होगी।
आई जी एल कंपनी इस संयंत्र को स्थापित करने के लिए विस्तृत साध्यता रिपोर्ट तैयार करने के लिए एक तकनीकी सलाहकार नियुक्त करेगी तथा अपने खर्च पर संयंत्र एवं ईंधन स्टेशन लगाएगी।
संयंत्र का परिचालन आरंभ होने के पश्चात यह प्रतिदिन 4000 सी बी जी का उत्पादन करेगा तथा इसमें निर्मित जैविक खाद को दक्षिणी निगम द्वारा अपनी नर्सरी, पार्कों एवं हरित पट्टियों में इस्तेमाल किया जा सकेगा।
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Source : IANS