नोटबंदी के बाद तीन बैंकों ने लोन सस्ते कर दिये हैं। जिसमें स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई), पंजाब नैशनल बैंक (पीएनबी) और यूनियन बैंक शामिल हैं। इससे पहले नए साल की पूर्व संध्या पर देश के नाम संबोधन में पीएम मोदी ने बैंकों से अपील किया था कि वे गरीबों और लोअर मिडल क्लास को लोन देने में खास ध्यान दें।
एसबीआई ने बेंचमार्क लेंडिंग रेट में 0.9 फीसदी तक की कटौती का ऐलान किया। नई दरें रविवार से ही लागू हो गईं। पीएनबी ने भी एक साल के एमसीएलआर में 0.7 फीसदी की कटौती की है। अब यह 8.45 फीसदी होगा। वहीं यूनियन बैंक ने एमसीएलआर को 0.65 फीसदी घटाकर 8.65 फीसदी कर दिया है।
एसबीआई की ब्याज दर पिछले 10 साल में सबसे कम हो गई है। ऐसे में दूसरे बैंकों को भी मार्केट शेयर बचाने के लिए ब्याज दरों में कटौती करनी पड़ सकती है।
बैंक अधिकारियों का कहना है कि लोन का दर घटाने के बाद आईसीआईसीआई बैंक और एचडीएफसी बैंक भी एसबीआई से मुकाबले के लिए ब्याज दरों में कटौती कर सकते हैं।
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पिछले शुक्रवार को आईडीबीआई बैंक और स्टेट बैंक ऑफ त्रावणकोर ने ब्याज दरों में कटौती करके इस सिलसिले की शुरुआत की थी। 2008 के आर्थिक मंदी के बाद पहली बार ऐसा देखने को मिला है कि बैंक लोन रेट में इतनी कटौती की हो।
Source : News Nation Bureau