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SBI ग्राहकों को चेक और लॉकर के लिये देना होगा अधिक चार्ज, जानें और क्या है नए नियम में

बैंक के नए नियम के मुताबिक लॉकर 12 बार यूज करने के बाद हर बार ग्राहकों को 100 रुपये के साथ सर्विस टैक्स भी देना पड़ेगा।

Updated on: 04 Apr 2017, 08:04 AM

नई दिल्ली:

भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के ने अपने खाताधारकों के लिए चेक बुक और लॉकर के लिए भी अधिक पैसे देने होंगे। इसमें एसबीआई के साथ विलय हुए छह अन्य बैंकों के ग्राहक भी शामिल हैं। बैंक के इस फैसले से देश भर के ग्राहक प्रभावित होंगे।

सभी शुल्क पांच पूर्व एसोसिएट बैंक और भारतीय महिला बैंक के ग्राहकों पर भी लागू होंगे। सभी एसोसिएट बैंक एक अप्रैल से ही स्टैट बैंक में विलय हो गए हैं। विलय के बाद एसबीआई ग्राहकों की संख्या बढ़कर करीब 50 करोड़ हो गई है।

एसबीआई ने लॉकर किराया भी बढ़ा दिया है इसके साथ ही एक साल में लॉकर के उपयोग की संख्या भी कम कर दी है। बैंक के नए नियम के मुताबिक लॉकर 12 बार यूज करने के बाद हर बार ग्राहकों को 100 रुपये के साथ सर्विस टैक्स भी देना पड़ेगा।

चेक बुक के मामले में चालू खाताधारकों को एक बजट साल में 50 चेक फ्री में मिलेंगे उसके बाद हर चेक के लिए तीन रुपये देने होंगे। मतलब अगर आप 50 से ज्यादा चेक यूज करने के बाद दोबारा 25 पन्नों वाले चेक बुक लेते हैं तो 75 रुपये के साथ सर्विस टैक्स भी अलग से देना होगा।

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वहीं हर महीने के आधार पर छह महानगरों में एसबीआई की शाखा में औसतन 5,000 रुपये रखने होंगे, वहीं शहरी और अर्ध-शहरी शाखाओं के लिए क्रमश: न्यूनतम राशि सीमा 3,000 रुपये और 2,000 रुपये रखी गई है। बात ग्रामीण शाखाओं की करें तो इसके लिए न्यूनतम राशि 1,000 रुपये रखी गई है।

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