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केंद्र ने बैक-टू-बैक ऋण सुविधा के तहत राज्यों को 44 हजार करोड़ रुपये जारी किए

केंद्र ने बैक-टू-बैक ऋण सुविधा के तहत राज्यों को 44 हजार करोड़ रुपये जारी किए

Updated on: 28 Oct 2021, 11:45 PM

नई दिल्ली:

केंद्र सरकार ने गुरुवार को कहा कि उसने जीएसटी मुआवजे के बदले एक के बाद एक ऋण सुविधा के तहत राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों (विधानमंडल के साथ) को 44,000 करोड़ रुपये जारी किए हैं।

वित्त मंत्रालय ने एक बयान में कहा, 115,000 करोड़ रुपये की पूर्व रिलीज को ध्यान में रखते हुए जीएसटी मुआवजे के बदले चालू वित्तवर्ष में बैक-टू-बैक ऋण के रूप में जारी की गई कुल राशि 159,000 करोड़ रुपये है।

यह रिलीज वास्तविक उपकर संग्रह से हर 2 महीने में जारी किए जाने वाले सामान्य जीएसटी मुआवजे के अतिरिक्त है।

मंत्रालय के अनुसार, 43वीं जीएसटी परिषद की बैठक के बाद यह निर्णय लिया गया कि केंद्र सरकार 1.59 लाख करोड़ रुपये उधार लेगी और इसे राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को मुआवजा निधि में अपर्याप्त राशि रहने पर बैक-टू-बैक आधार पर जारी करेगी, ताकि संसाधनों की कमी को पूरा किया जा सके।

यह राशि वित्तवर्ष 2020-21 में इसी तरह की सुविधा के लिए अपनाए गए सिद्धांतों के अनुसार है, जहां इसी तरह की व्यवस्था के तहत राज्यों को 1.10 लाख करोड़ रुपये की राशि जारी की गई थी।

1.59 लाख करोड़ रुपये की यह राशि 1 लाख करोड़ रुपये (उपकर संग्रह के आधार पर) से अधिक मुआवजे के ऊपर और ऊपर होगी, जो कि इस वित्तीय वर्ष के दौरान राज्यों या केंद्र शासित प्रदेशों को विधायिका के लिए जारी किए जाने का अनुमान है। यह राशि वित्तवर्ष 2021-22 में मिलने वाले जीएसटी मुआवजे की राशि से 2.59 लाख करोड़ रुपये अधिक होने की उम्मीद है।

बयान के अनुसार, सभी पात्र राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों (विधायिका के साथ) ने बैक-टू-बैक ऋण सुविधा के तहत मुआवजे की कमी के वित्तपोषण की व्यवस्था के लिए सहमति व्यक्त की है।

अभी किए जा रहे 44,000 करोड़ रुपये की रिलीज को चालू वित्तवर्ष में जारी 5 साल की प्रतिभूतियों में 5.69 प्रतिशत की भारित औसत उपज पर भारत सरकार के उधार से वित्त पोषित किया गया है। केंद्र सरकार द्वारा कोई अतिरिक्त बाजार उधार की परिकल्पना नहीं की गई है।

उम्मीद है कि इस रिलीज से राज्यों या केंद्र शासित प्रदेशों को अन्य चीजों के अलावा अपने सार्वजनिक व्यय की योजना बनाने, स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे में सुधार और बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को शुरू करने में मदद मिलेगी।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.