logo-image

RIL Q4: एकमुश्त घाटे के चलते मुनाफे पर दिखा दबाव, Jio के कारोबार में शानदार ग्रोथ दिखी

मार्केट कैपिटलाइजेशन के लिहाज से भारत की लिस्टेड कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज ने 30 अप्रैल को अपने Q4 नतीजे घोषित कर दिए हैं.

Updated on: 30 Apr 2020, 09:30 PM

नई दिल्ली:

मार्केट कैपिटलाइजेशन के लिहाज से भारत की लिस्टेड कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज ने 30 अप्रैल को अपने Q4 नतीजे घोषित कर दिए हैं. इसके मुताबिक, कंपनी को 2020 के जनवरी-मार्च तिमाही में 6348 करोड़ का मुनाफा हुआ है, जबकि कंपनी को पिछली तिमाही में 11640 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था. वहीं, कंपनी को पिछले साल की चौथी तिमाही में 10362 करोड़ रुपये का लाभ हुआ था. मार्च तिमाही में कंपनी की आय 136000 करोड़ रही, जो पिछली तिमाही में 152939 करोड़ रुपये रही थी.

पिछले साल की मार्च तिमाही में भी कंपनी की आय 138659 करोड़ रुपये रही थी. रिलायंस जियो को चौथी तिमाही में 2331 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ है, जबकि इस अवधि में जियो की आय 14835 करोड़ रही है. रिलायंस इंडस्ट्रीज को चौथी तिमाही में 4267 करोड़ रुपये का एकमुश्त घाटा हुआ है. इस तिमाही में कंपनी की ग्रॉस रिफाइनिंग मार्जिन अनुमान से बेहतर रही. कंपनी की जीआरएम चौथी तिमाही में 7.80 डॉलर प्रति बैरल के अनुमान के मुकाबले 8.90 डॉलर प्रति बैरल रही है. ​

तिमाही आधार पर चौथी तिमाही में कंपनी की पेट्रोकेमिकल्स कारोबार से होनेवाली आय 36909 करोड़ से घटकर 32206 करोड़ रुपये पर आ गई है. तिमाही आधार पर चौथी तिमाही में कंपनी की पेट-केम एबिट 7239 करोड़ से घटकर 5938 करोड़ रुपये रही, जबकि पेट-केम एबिट मार्जिन 19.6 फीसदी से घटकर 18.4 फीसदी रही है.

चौथी तिमाही में कंपनी की रिफाइनिंग कारोबार से होनेवाली आय पिछली तिमाही के 1.03 लाख करोड़ से घटकर 84854 करोड़ रुपये रही है. तिमाही आधार पर चौथी तिमाही में कंपनी की रिफाइनिंग एबिट 6808 करोड़ रुपये से घटकर 6614 करोड़ रुपये और रिफाइनिंग एबिट मार्जिन 6.6 फीसदी से बढ़कर 7.8 प्रतिशत रही है.

चौथी तिमाही में कंपनी की रिटेल कारोबार से होने वाली आय पिछली साल की चौथी तिमाही के 36663 करोड़ से बढ़कर 38211 करोड़ रुपये रही है. सालाना आधार पर चौथी तिमाही में कंपनी की रिटेल एबिट 1923 करोड़ से बढ़कर 2556 करोड़ रुपये रहा है. वहीं, रिटेल एबिट मार्जिन पिछले साल के 5.2 प्रतिशत से बढ़कर सात प्रतिशत रही है.

Q4 में Reliance Jio के मुनाफे में शानदार वृद्धि देखने को मिली है. चौथी तिमाही में रिलायंस Jio का मुनाफा पिछली तिमाही के 1350 करोड़ से बढ़कर 2331 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है, जबकि Jio की आय पिछली तिमाही के 13998 करोड़ से बढ़कर 14835 करोड़ रुपये रही है. चौथी तिमाही में Jio का एबिटडा 5601 करोड़ से बढ़कर 6201 करोड़ रहा. वहीं, एबिटडा मार्जिन पिछली तिमाही के 40.1 प्रतिशत से बढ़कर 41.8 प्रतिशत रही है. चौथी तिमाही में JIO का ARPU पिछली तिमाही के 128 रुपये से बढ़कर 130.60 रुपये रहा है. चौथी तिमाही में JIO के उपभोक्ताओं की संख्या तीसरी तिमाही के 37 करोड़ से बढ़कर 38.75 करोड़ पर पहुंच गई है.

कंपनी के बोर्ड ने गुरुवार को राइट इश्यू को भी मंजूरी दे दी है. ये राइट इश्यू 1257 रुपये प्रति शेयर के भाव पर लाया जाएगा. राइट इश्यू की साइज 53125 करोड़ की होगी. इस राइट इश्यू के तहत 15 शेयर पर एक राइट शेयर जारी होगा. इसके अलावा ही कंपनी के बोर्ड ने छह रुपये 50 पैसे प्रति शेयर डिविडेंड के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. कंपनी प्रबंधन की ओर से कहा गया है कि सउदी अरामको डील पर बातचीत सही दिशा में है. वित्त वर्ष 2021 की पहली तिमाही में कंपनी की 1.04 लाख करोड़ जुटाने की योजना है.