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सावधि जमा की ब्याज दरों में वृद्धि

सावधि जमा की ब्याज दरों में वृद्धि

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IANS
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Reerve Bank

(source : IANS)( Photo Credit : (source : IANS))

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क्रेडिट वितरण में तेजी आने और भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा बैंकों (रेपो रेट) के लिए अपनी उधार दरों में वृद्धि करने के साथ ही बैंक और अन्य अब सावधि जमा पर उच्च ब्याज दरों की पेशकश कर रहे हैं।

वरिष्ठ नागरिकों के मामले में, कुछ मामलों में सावधि जमा दरें 8 प्रतिशत तक पहुंच जाती हैं। कोविड-19 की अवधि के दौरान, सावधि जमा पर एक वर्ष की जमा राशि में ब्याज 5 प्रतिशत बैंड था और अब यह 7 प्रतिशत बैंड तक चढ़ गया है।

भारतीय स्टेट बैंक (सीबीआई) वरिष्ठ नागरिकों को 1 से 2 वर्ष की अवधि के लिए सावधि जमा पर और 5-10 वर्ष की अवधि के लिए भी 7.25 प्रतिशत की पेशकश करता है। तीन साल से लेकर पांच साल तक की सावधि जमा पर वरिष्ठ नागरिकों के लिए ब्याज दरें घटकर 6.75 प्रतिशत हो जाती हैं।

अपनी ओर से, एचडीएफसी बैंक वरिष्ठ नागरिकों को 1 साल से 15 महीने के लिए जमा पर 7 प्रतिशत और पांच साल एक दिन से 10 साल के लिए सावधि जमा पर 7.75 प्रतिशत की पेशकश करता है।

गृहिणी नित्या वी ने कहा, मैं अपने मौजूदा डिपॉजिट को फोरक्लोज करने और नए डिपॉजिट के लिए जाने की योजना बना रही हूं, बशर्ते यह फायदेमंद साबित हो। यदि फिक्स्ड डिपॉजिट समय से पहले तोड़ा जाता है, तो बैंक वास्तविक अवधि के लिए लागू ब्याज दर की पेशकश करेंगे।

सरकार ने वित्त वर्ष 2023 की चौथी तिमाही के लिए वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (एससीएसएस) पर ब्याज दरों को संशोधित कर 8 प्रतिशत कर दिया है। एससीएसएस ब्याज दर की तिमाही समीक्षा की जाती है और यह समय-समय पर परिवर्तन के अधीन है। ब्याज की भी गणना की जाती है और त्रैमासिक जमा किया जाता है।

इसी तरह गैर-बैंकिंग वित्त कंपनियों (एनबीएफसी) और आवास वित्त कंपनियों ने भी सावधि जमा पर अपनी ब्याज दरों में वृद्धि की है।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Source : IANS

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