आरबीआई ने दूसरे बाजारों के अनुरूप ब्याज दर स्थिर रखी - यह मददगार रहा

आरबीआई ने दूसरे बाजारों के अनुरूप ब्याज दर स्थिर रखी - यह मददगार रहा

आरबीआई ने दूसरे बाजारों के अनुरूप ब्याज दर स्थिर रखी - यह मददगार रहा

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IANS
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Reerve Bank

(source : IANS)( Photo Credit : (source : IANS))

शेयर बाजारों में पिछले कुछ दिनों से तेजी का दौर जारी है, खासकर निफ्टी लगातार 18,000 अंक के पास पहुंच रहा था और पिछले सप्ताह की शुरुआत में इसके ऊपर भी गया था।

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भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने इस महीने के आरंभ में लगातार दूसरी बार प्रमुख नीतिगत दरों में कोई बदलाव नहीं किया।

इससे पहले अप्रैल में उसने ब्याज दरें स्थिर रखी थीं जिससे रियल एस्टेट फर्मों के शेयरों में अच्छी वृद्धि हुई थी। ब्याज दरें नहीं बढ़ने का मतलब था कि ईएमआई नहीं बढ़ेगी जिससे घर खरीदने वालों के बीच सकारात्मक संकेत गया।

लेकिन जब केंद्रीय बैंक ने इस महीने प्रमुख दरों को फिर स्थिर बनाए रखा तो रियल एस्टेट शेयरों में ऐसा उत्साह नहीं दिखा।

जानकारों की मानें तो शेयर बाजारों के नई ऊंचाई छूने में कुछ भी असामान्य नहीं था क्योंकि आरबीआई के फैसले का बाजार को पहले से ही अनुमान था।

जेएम फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के प्रबंध निदेशक आशु मदान ने कहा, शेयर बाजारों में हाल ही में देखी गई छलांग में कोई आश्चर्य की बात नहीं थी, क्योंकि यह अपेक्षित तर्ज पर था क्योंकि वैश्विक दरें रुकी हुई हैं।

उन्होंने कहा कि ब्याज दरें घटाई नहीं गई थीं और कोई तरलता की समस्या नहीं थी, इसलिए दरों को स्थिर रखने के आरबीआई के फैसले से बाजारों में तेजी नहीं आई।

मदान ने आगे कहा, कुछ चीजें सामान्य हैं और बाजार ने पहले ही उसके लिए समायोजन कर लिया था। ऐसे कारकों पहले से अनुमान लगा लिया जाता है।

वास्तव में, उन्होंने यह भी कहा कि उच्च स्तर को छूने के बाद बाजारों को अब मजबूत होना चाहिए।

मदान ने शेयर बाजार के ऊंचे स्तर पर पहुंचने के कारणों पर जोर देते हुए कहा कि यह घटना इसलिए हुई है क्योंकि लोग शेयरों में निवेश के जरिए तेजी से रिटर्न को लेकर उत्साहित हो गए हैं।

उन्होंने कहा कि कोविड के बाद लोगों ने शेयरों में निवेश करना शुरू कर दिया और त्वरित मुनाफे के लिए अल्पावधि लाभ में लगे रहे।

मदान ने कहा कि विदेशी संस्थागत निवेशकों या एफआईआई की भी बाजारों के नई ऊंचाई पर पहुंचने में भूमिका है, क्योंकि वे अब लिवाली कर रहे हैं।

बाजार पर नजर रखने वालों ने देखा कि जब से डेरिवेटिव और ऑक्शन आ गया है, निवेशक व्यापारी बन गए हैं और अल्पकालिक लाभ पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।

मदान ने अपनी ओर से कहा कि रियल एस्टेट क्षेत्र में वृद्धि के कारण अप्रैल में जहां रियल एस्टेट शेयरों में तेजी आई, वहीं आने वाले दिनों में धातु और आईटी क्षेत्रों के शेयरों में मजबूती की उम्मीद है।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Source : IANS

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