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2000 Rupees Note: 2000 के नोटों को लेकर RBI ने बैंकों को दिए ये अहम निर्देश, जानें क्या बोले गवर्नर शक्तिकांत दास

2000 Rupees Note: 2000 के नोटों को लेकर RBI नें बैंकों को दिए ये अहम निर्देश, जानें क्या बोले गवर्नर शक्तिकांत दास

Updated on: 22 May 2023, 12:06 PM

highlights

  • 2000 रुपए के नोटों को लेकर RBI का बड़ा अपडेट
  • आरबीआई गवर्नर ने बताया आखिर क्यों बंद किए गए 2000 रुपए के नोट
  • शक्तिकांत दास ने बताया- 30 सितंबर तक नहीं बदले नोट तो क्या होगा

नई दिल्ली:

2000 Rupees Note: वर्ष 2016 में हुई नोटबंदी के बाद से ही लोगों को नोटों के बंद होने की परेशानी का अंदाज हो गया है. यही वजह है कि जैसे रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने 2000 रुपए के नोटों के बंद किए जाने का ऐलान किया हर तरफ हड़कंप मच गया. हालांकि अब इस बात का खुलासा नहीं हुआ था कि आखिर 6 वर्ष में ही आरबीआई ने देश की सबसे बड़ी करंसी को क्यों बंद कर दिया है. इस बात का जवाब खुद रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर शक्तिकांत दास (Shaktikant Das) ने दिया. सोमवार 22 मई को उन्होंने बकायदा एक प्रेस वार्ता के जरिए ये साफ किया कि आखिर 2000 रुपए के नोटों को क्यों बंद किया गया है. 

RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने मुंबई में एक प्रेस वार्ता की. उन्होंने कहा कि 2000 रुपए के नोटों को चलन से बाहर करने के लिए कुल चार महीने का वक्त तय किया गया है. 23 मई मंगलवार से बैंकों में 2000 रुपए के नोट जमा करने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी. इसको लेकर बैंकों को भी अहम निर्देश दे दिए गए हैं. 

क्यों बंद किए गए 2000 रुपए के नोट?
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बताया कि आखिर 2000 रुपए के नोटों को क्यों बंद करने का फैसला लिया गया है. उन्होंने कहा कि ये फैसला रिजर्व बैंक के मुद्रा प्रबंधन संचालन का एक हिस्सा है. पिछले काफी वक्त से बैंक एक स्वच्छ नोट नीति का पालन कर रहा है. यही वजह है कि वक्त-वक्त पर RBI की एक खास शृंखला ने नोट वापस लिए जाते हैं और इसके एवज ने में नए वोट या नई शृंखला वाले नोट जारी किए जाते हैं. 

2000 के नोटों को पूरा हुआ लाइफ सर्कल
आरबीआई गवर्नर ने कहा कि 2000 रुपए के नोटों का लाइफ सर्कल भी पूरा हो गया है. उन्होंने बताया कि इन नोटों का चलन 6 लाख 73 हजार करोड़ के अपने पीक पर जाने के बाद अब घटकर 3 लाख 62 हजार करोड़ रह गया है. ऐसे में इनकी छपाई भी बंद कर दी गई और इन्हें चलन से भी बंद किया जाएगा. 

लीगल टेंडर रहेंगे 2000 रुपए के नोट
शक्तिकांत दास ने साफ किया है  कि भले ही 2000 रुपए के नोटों को संचलन से वापस लिया जा रहा है कि ये पूरी तरह लीगल टेंडर रहेंगे. यानी इन्हें सितंबर तक कहीं भी इस्तेमाल किया जा सकेगा. ऐसे में उन्होंने लोगों से अपील भी की कि वे किसी भी तरह परेशान या पैनिक ना हों. 

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30 सितंबर के बाद क्या होगा?
शक्तिकांत दास की मानें तो 30 सितंबर के बाद 2000 रुपए के नोट लीगल टेंडर नहीं रहेंगे. ऐसे में अगर किसी के पास ये नोट रह जाता है तो वो पूरी तरह एक रद्दी कागज की तरह होगा. इससे ज्यादा कुछ नहीं. उन्होंने उम्मीद जताई कि 30 सितंबर तक बैंकों को अन्य माध्यमों के जरिए ज्यादातर नोट वापस आ जाएंगे. बता दें कि बैंकों में एक दिन में सिर्फ 10 नोट बदले जा सकेंगे. यानी ये राशि 20,000 रुपए तक होगी.