New Update
/newsnation/media/post_attachments/images/2017/08/01/86-RBI-CREDIT-POLICY.png)
RBI (सांकेतिक फोटो)
0
By clicking the button, I accept the Terms of Use of the service and its Privacy Policy, as well as consent to the processing of personal data.
Don’t have an account? Signup
जून महीने में खुदरा महंगाई दर में कमी और मई महीने के औद्योगिक उत्पादन के आंकड़ों के बाद अब इंडस्ट्री को उम्मीद है कि रिज़र्व बैंक ब्याज दरों में कटौती कर सकता है।
RBI (सांकेतिक फोटो)
संभव है कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की बुधवार को होने जा रही द्वैमासिक मौद्रिक समीक्षा बैठक में ब्याज दरों में कटौती कर दें। बता दें कि इससे पहले सात जून को वित्तीय वर्ष 2017 की दूसरी द्वैमासिक मौद्रिक समीक्षा बैठक में आरबीआई ने ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया था।
जबकि जून महीने में खुदरा महंगाई दर 1.54 फीसदी के निचले स्तर पर दर्ज की गई और साथ ही मई महीने का औद्योगिक उत्पादन आंकड़ा 1.7 फीसदी रहा है। ऐसे में अब उम्मीद की जा रही है कि आरबीआई मौद्रिक नीति समीक्षा में ब्याज दरों में कटौती हो सके।
आर्थिक मोर्चे पर बिगड़े हालात, एक साल में 7% से घटकर 0.4% हुई कोर सेक्टर ग्रोथ रेट
इस बीच उद्योग संगठन एसोचैम ने भी रविवार को आरबीआई से ब्याज दरों में कटौती करने का आग्रह किया था।
एसोचैम ने बयान जारी कर बताया, 'एसोचैम ने महंगाई दर के पांच वर्षो के निचले स्तर तक जाने और औद्योगिक उत्पादन में गिरावट का हवाला देकर आरबीआई गवर्नर उर्जित पटेल को पत्र लिखा है। दो अगस्त को होने वाली बैठक में ब्याज दरों में 25 आधार अंकों की कटौती के लिए कहा गया है।'
कारोबार से जुड़ी ख़बरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
Source : IANS