संसद के बजट सत्र ख़त्म होते ही राष्ट्रपति ने जीएसटी के चारों विधेयकों पर हस्ताक्षर कर दिए हैं। इसी के साथ जीएसटी विधेयकों ने कानून की शक्ल ले ली है।
इससे पहले जीएसटी से जुड़े चारों विधेयकों को बुधवार को ख़त्म हुए संसद सत्र के दौरान ही लोकसभा और राज्यसभा से पारित करा लिया गया था।
इसी के साथ इस बार संसद सत्र बेहद सफल माना गया था क्योंकि इस बार संसद के बजट सत्र के दौरान जीएसटी समेत 14 अन्य बिलों को भी संसद ने पास किया था।
बता दें कि राज्यसभा में गुड्स एंड सर्विस टैक्स यानि जीएसटी बिल और सेंट्रल गुड्स एंड सर्विस टैक्स (सीजीएसटी) बिल बिना किसी संशोधन के पास हो गए थे।
जीएसटी के तहत 5 करोड़ से अधिक की टैक्स चोरी पर बिना वारंट होगी गिरफ्तारी, माना जाएगा इसे गैर जमानती अपराध
बिल के पास होने पर राज्यसभा को संबोधित करते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा, 'मुझे यह कहते हुए बिल्कुल भी हिचक नही है कि इस बिल के पास होने मे सिर्फ़ एक सरकार का हाथ नहीं है।'
इस बिल को पारित कराने में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अहम भूमिका निभाई। उन्होंने संशोधनों को लेकर पार्टी नेताओं को समझाया भी। जयराम रमेश को चर्चा के दौरान सलाह भी दी।
GST को मिली संसद की मंज़ूरी, मनमोहन ने कहा गेम चेंजर, जेटली ने जताया आभार
बिल पारित होने के बाद वित्तमंत्री अरुण जेटली ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से उनके पास जाकर उनसे हाथ भी मिलाया। मनमोहन सिंह ने बिल पारित होने पर उन्हें बधाई भी दी थी।
केंद्र सरकार केसाथ-साथ पूर्व प्रधानमंत्री और अर्थशास्त्री मनमोहन सिंह ने भी इस कदम को ऐतिहासिक बताया। मनमोहन सिंह ने कहा कि आर्थिक सुधार की दिशा में ये एक बेहतरीन कदम है।
संसद का बजट सत्र खत्म, जीएसटी, मोटर व्हीकल एक्ट समेत कई बिलों को मिली मंजूरी
अब इस बिल के कानून बनने के बाद पूरी संभावना जताई जा रही है कि यह सरकार द्वारा तय तारिख 1 जुलाई से देश भर में लागू हो सकेगा।
IPL से जुड़ी ख़बरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
Source : News Nation Bureau