logo-image

PNB में 1.8 अरब डॉलर की धोखाधड़ी, ED-CBI ने दर्ज की FIR, 10 अधिकारी निलंबित

सार्वजनिक क्षेत्र में भारत के दूसरे सबसे बड़े बैंक, पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) की मुंबई स्थित एक ब्रांच में 1.8 अरब डॉलर की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है।

Updated on: 15 Feb 2018, 11:04 AM

नई दिल्ली:

सार्वजनिक क्षेत्र में भारत के दूसरे सबसे बड़े बैंक, पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) की मुंबई स्थित एक ब्रांच में 1.8 अरब डॉलर की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है।

केंद्रीय जांच एजेंसी (सीबीआई) ने पांच फरवरी को हीरा कारोबार में सेवा प्रदान करने वाले अरबपति नीरव मोदी और उनके भाई, पत्नी और एक कारोबारी के खिलाफ धोखाधड़ी में मामला दर्ज किया है।

सीबीआई ने इनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता के तहत आपराधिक साजिश रचने, धोखाधड़ी करने और भ्रष्टाचार निरोधक कानून के तहत मामला दर्ज किया है।

सीबीआई के एफआईआर के आधार पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भी मामला दर्ज कर वित्तीय लेनदेन में हुई गड़बड़ी की जांच शुरू कर दी है। आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत मामला दर्ज किया गया है।

सीबीआई ने डायमंड किंग के नाम से जाने जाने वाले नीरव मोदी और उनके करीबियों के ठिकानों पर छापेमारी भी की। नीरव मोदी और उसके करीबियों ने अपनी तीन कंपनियों डायमंड आर यूएस, सोलर एक्सपोर्ट और स्टैलर डायमंड के जरिए धोखाधड़ी का जाल बुना था।

और पढ़ें: आतंकी जुनैद पर राजनीति तेज, बीजेपी का कांग्रेस पर हमला

इस धोखाधड़ी में कई बड़ी ज्वेलरी कंपनियां गीतांजलि, गिन्नी और नक्षत्र भी जांच एजेंसियों की जांच के दायरे में आ गई हैं।

10 अधिकारी निलंबित

पीएनबी ने अपने 10 अधिकारियों को धोखाधड़ी के मामले में निलंबित कर दिया है। फाइनेंशियल सर्विस सेक्रेटरी राजीव कुमार ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए कहा कि यह बिल्कुल अलग केस है इसका अन्य लेन-देन वाले मामले पर कोई असर नहीं पड़ेगा।

उन्होंने कहा, 'वित्त मंत्रालय ने इस बारे में आगे बढ़कर कदम लिया है और बैंक को इस मामले की रिपोर्ट सीबीआई और एनफोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ईडी) को करने को कहा है जिससे इसके खिलाफ पर्याप्त कदम उठाए जा सकें।

पीएनबी ने क्या कुछ कहा

धोखाधड़ी के संबंध में बैंक की ओर से बुधवार को शेयर बाजारों के पास दिए नियामकीय दाखिले में इसकी जानकारी दी गई है।

बैंक ने कहा, 'बैंक को मुंबई स्थित अपनी एक शाखा में अवैध लेन-देन का पता चला है जिसमें साफ तौर पर गिने-चुने खाताधारियों को लाभ पहुंचाने की कोशिश की गई है।' बैंक के मुताबिक, धोखाधड़ी के मामले में 177.169 करोड़ डॉलर यानी 11,515 करोड़ रुपये का लेन-देन हुआ है।

धोखाधड़ी की यह रकम बैंक के शुद्ध लाभ करीब 1,320 करोड़ रुपये का आठ गुना है। धोखाधड़ी का यह मामला तब उजागर हुआ है जब भारतीय बैंकिंग प्रणाली गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां यानी डूबे हुए कर्ज की समस्या से जूझ रही है।

बैंक की ओर से कहा गया कि लेन-देन की जानकारी के मुताबिक, यह रकम बैंक के विदेश स्थित ग्राहकों को अग्रिम तौर पर मुहैया करवाई गई है।

बैंक में इन लेन-देन का स्वरूप आकस्मिक है और अंतरण के लिए निर्धारित कानून व उसकी असलियत के आधार पर इनका दायित्व बैंक पर निर्धारित होगा।

और पढ़ें: एक्शन और बोल्डनेस से भरपूर 'दास देव' का ट्रेलर रिलीज, देखें वीडियो