योग गुरु स्वामी रामदेव की पतंजलि योग पीठ की ओर से संचालित हरिद्वार स्थित पतंजलि विश्वविद्यालय समाज में भारतीय शिक्षा पद्धति को बढ़ावा दे रही है. विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (एनएएसी) की ओर से उसे बीते वर्ष ए+ ग्रेड प्रदान किया गया है. विश्वविद्यालय के कुलाधिपति स्वामी रामदेव हैं. इस विश्वविद्यालय में कई कोर्स चलाए जाते हैं. पतंजलि योग पीठ की ओर से पतंजलि विश्वविद्यालय और आचार्य बालकृष्ण आयुर्वेद कॉलेज जैसे संस्थान स्थापित हैं.
यह पारंपरिक भारतीय ज्ञान प्रणालियों, विशेष रूप से आयुर्वेद को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित करते हैं. यूनिवर्सिटी में योग, आयुर्वेद और अन्य पारंपरिक भारतीय विषयों पर केंद्रित विभिन्न पाठ्यक्रम तय किए जाते हैं. वहीं आचार्य बालकृष्ण आयुर्वेद कॉलेज में आयुर्वेदिक चिकित्सा से जुड़े कई कोर्स संचालित होते हैं.
इन कोर्स की होती है पढ़ाई
पतंजलि विश्वविद्यालय में आयुर्वेद संबंधी विभिन्न पाठ्यक्रमों की पढ़ाई कराई जाती है. यहां बीएएमएस (बैचलर ऑफ आयुर्वेद मेडिसिन एंड सर्जरी), एमडी (डॉक्टर ऑफ मेडिसिन) और पीएचडी (डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी) है. विश्वविद्यालय में योग विज्ञान संबंधी पाठ्यक्रमों की पढ़ाई की जाती है. यह बीएससी (बैचलर ऑफ साइंस) योग विज्ञान, एमएससी (मास्टर ऑफ साइंस) योग विज्ञान और पीएचडी योग विज्ञान है. इसके साथ वेद और दर्शन से जुड़े पाठ्यक्रमों की पढ़ाई होती है.
यह बीए (बैचलर ऑफ आर्ट्स) वेद और दर्शन, एमए (मास्टर ऑफ आर्ट्स) वेद और दर्शन और पीएचडी वेद और दर्शन है. यहां पर बीए भारतीय संस्कृति और इतिहास, एमए भारतीय संस्कृति और इतिहास, पीएचडी भारतीय संस्कृति और इतिहास समेत कई कोर्स संचालित किए जाते हैं.
आधुनिक शिक्षा के साथ जोड़ा गया
पतंजलि विश्वविद्यालय प्राचीन परंपराओं को आधुनिक शिक्षा के साथ जोड़ने का प्रयास कर रहा है. योग और आयुर्वेद शिक्षा के जरिए विश्वविद्यालय प्राचीन भारतीय ज्ञान को बढ़ावा देने को लेकर कई पाठ्यक्रम संचालित किए गए हैं. विश्वविद्यालय में रिसर्च प्रोग्राम हैं. यह प्राचीन भारतीय ज्ञान को आधुनिक विज्ञान के साथ जोड़ने पर लक्षित है. विश्वविद्यालय आधुनिक शिक्षा पद्धतियों को भी अपनाता है. ऑनलाइन शिक्षा और ई-लर्निंग प्लेटफॉर्म के जरिए ज्यादा से ज्यादा छात्रों तक अपनी पहुंच बनाने में लगा है. पतंजलि प्राचीन भारतीय ज्ञान को प्रसारित करने का प्रयास कर रहा है.
व्यावहारिक ज्ञान की प्राप्ति होती है
पतंजलि आयुर्वेद शिक्षा में पारंपरिक आयुर्वेदिक ज्ञान को बढ़ाने पर जोर देता है. इसके लिए वह आधुनिक शिक्षा पद्धतियों का उपयोग कर रहा है. जैसे ऑनलाइन शिक्षा और ई-लर्निंग प्लेटफ़ॉर्म, पतंजलि आयुर्वेद शिक्षा में व्यावहारिक प्रशिक्षण आदि. इससे छात्रों को आयुर्वेदिक चिकित्सा और उपचार के व्यावहारिक ज्ञान की प्राप्ति होती है.
समग्र शिक्षा पर जोर देता है
पतंजलि का शिक्षा के प्रति दृष्टिकोण राष्ट्रीय विकास का खाका है. यह पारंपरिक भारतीय मूल्यों और ज्ञान को आधुनिक शिक्षा पद्धतियों के साथ जोड़ने का प्रयास करता है. पतंजलि का दृष्टिकोण समग्र शिक्षा पर जोर है. इसमें शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक विकास शामिल है.