/newsnation/media/media_files/2025/03/31/iN7Qua2iendnw6WTOp8L.jpg)
patanjali Photograph: (social media)
पतंजलि योग, आयुर्वेद, शिक्षा और सामाजिक विकास के क्षेत्र में काफी समय से काम का रही है. योग और आयुर्वेद को पंतजलि ने बड़े स्तर पर विकसित किया है. योगपीठ ने ग्रामीण विकास, चिकित्सा और शिक्षा में अहम योगदान दिया है. महर्षि पतंजलि, चरक और सुश्रुत जैसे महान ऋषियों के ज्ञान को युवाओं तक पहुंचाने की कोशिश कर रही है. इसके साथ दुनियाभर में अपनी पहचान भी बनाई है. प्रसिद्ध योग गुरु बाबा रामदेव ने योग और आयुर्वेद को बढ़ावा देने के लक्ष्य से पतंजलि ट्रस्ट को स्थापित किया. वे लगातार स्वदेशी उत्पादों के उपयोग को बढ़ावा दे रहे हैं. योग और आयुर्वेद को जन-जन तक पहुंचाने को लेकर बाबा रामदेव और आयुर्वेदाचार्य बालकृष्ण मिलकर काम कर रहे हैं. बाबा रामदेव की लोकप्रियता और आचार्य बालकृष्ण की मेहनत से पतंजलि को वैश्विक स्तर पर प्रसिद्धि मिल रही है.
महिला सशक्तिकरण और स्थानीय उद्योग
महिला सशक्तिकरण की दिशा में भी पतंजलि ने कई योजनाएं चलाई हैं. ग्रामीण महिलाओं को स्वरोजगार और उद्यमिता के लिए पतंजलि प्रशिक्षित कर रहा है. महिला स्वयं सहायता समूहों को सहयोग देकर उन्हें आत्मनिर्भर बनने का अवसर दिया. इसके अलावा, पारंपरिक भारतीय कारीगरों और हस्तशिल्प उत्पादों को बढ़ावा देकर लोकल उद्योगों को काफी मजबूती दी है. पतंजलि ने योग और आयुर्वेद को बढ़ावा दिया है. इसके साथ समाज के विभिन्न क्षेत्रों में सकारात्मक बदलाव लाने में भी अग्रणी भूमिका निभाई है. शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, पर्यावरण और महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में किए प्रयासों ने देश के विकास में अहम योगदान दिया है.
योग और प्राणायाम का वैज्ञानिक अध्ययन
पतंजलि ने योग और प्राणायाम पर शोध किए हैं. इसके वैज्ञानिक दृष्टिकोण को साबित किया है. इसके बल पर साध्य और असाध्य रोगों के उपचार में उपयोगी औषधि के रूप में स्थापित करने में पतंजलि ने बड़ी भूमिका निभाई है. इसके साथ स्वास्थ्य क्षेत्र में पतंजलि ने आयुर्वेदिक चिकित्सा को बढ़ावा दिया. मुफ्त योग शिविरों और प्राकृतिक चिकित्सा केंद्रों के जरिए लाखों लोगों को लाभ पहुंचाया है. गरीबों और जरूरतमंदों को फ्री दवाएं और चिकित्सा सुविधाएं को उपलब्ध कराई हैं.
समाज में लगातार दे रहा योगदान
पतंजलि लगातार समाज में अपना योगदान दे रहा है. कोरोना महामारी के संकट के दौरान पतंजलि ने बड़े पैमाने पर लोगों क मदद की. ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ दवाइयां और आवश्यक चिकित्सा सामग्री को उपलब्ध कराया. ग्रामीण भारत को सशक्त बनाने के लिए पतंजलि ने कई प्रयास किए. किसानों को सीधा लाभ दिया. पतंजलि ने ऑर्गेनिक रिसर्च इंस्टीट्यूट ने जैविक खेती के तरीकों को विकसित किया. इससे किसानों की आय में बढ़ोतरी हुई. उनके जीवन स्तर में बेहतरी आई.