भारत के अग्रणी आयुर्वेद प्राकृतिक और हर्बल उत्पादों में से एक पतंजलि ने पिछले दिनों महाराष्ट्र के नागपुर में अपना मेगा फूड एंड हर्बल पार्क का शुभारंभ किया है. पतंजलि के इस प्रोजेक्ट से स्थानीय कृषि को न केवल मजबूती मिली है, बल्कि किसानों का प्रोत्साहन भी मिला है. इससे किसानों के लिए रोजगार के नए अवसर भी खुले हैं. पतंजलि के इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाकर देश की तरक्की योगदान देना है.
किसानों के आर्थिक हालात हुई बेहतर
किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के क्रम में स्वामी रामदेव की पतंजलि कंपनी अपने हर्बल उत्पाद बनाने के लिए उनसे कच्चा माल (गिलोय, आंवला, शहद और एलोवेरा) खरीदती है. पंतजलि के इस कदम से किसानों को उनकी फसल का वाजिब दाम तो मिलता ही है, बल्कि नकद पैसे की भी प्राप्ति होती है. इस प्रोसेस से किसानों के आर्थिक हालात सुधरे हैं.
किसानों से खरीदा जाता है कच्चा माल
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि स्वामी रामदेव और आचार्य बालकृष्ण ने पतंजलि की स्थापना की थी. पतंजलि आयुर्वेद ने देश में एफएमसीजी क्षेत्र को बदल दिया है. पतंजलि की तरफ से मार्केट में आने वाले फूड प्रोडक्ट और हाई क्वालिटी वाले कॉस्मेटिक प्रोडक्ट की लोगों में भारी डिमांड है. खास बात यह है कि ये सारे प्रोडक्ट प्राकृतिक और आयुर्वेदिक हैं. शुरुआती दौर में पतंजलि ने शहद, हर्बल जूस, बिस्कुट और डेयरी प्रोडक्ट जैसे हेल्थ सेंट्रिक प्रोडक्ट से की. जिसके बाद मार्केट में धीरे-धीरे हर्बल शैंपू, टूथपेस्ट और स्किनकेयर जैसे प्रोडक्ट भी आने लगे. इन सभी प्रोडक्ट्स के लिए पतंजलि किसानों से बड़े पैमाने पर कच्चा माल खरीदती है, जिसको उनका सीधा फायदा होता है.
किसानों के लिए बेहतरी मार्केट उपलब्ध
नागपुर में स्थापित मेगा फूड हर्बल पार्क का शुभारंभ करके पतंजलि फूड प्रोसेसिंग और प्रोडक्शन को बेहतर बनाने में अहम भूमिका निभाएगा. इसका उद्देश्य किसानों की आमदनी में वृद्धि करना और उनको खेतीबाड़ी के लिए प्रोत्साहित करना है. इसके लिए पतंजलि स्थानी किसानों को एक बेहतर मार्केट भी उपलब्ध करा रहा है, जहां वो अपनी फसलों को अच्छे दामों में आसानी के साथ बेच सकते हैं.