पतंजलि ने देश में स्पोर्ट्स क्लचर को दिया बढ़ावा, आयुर्वेद ने खिलाड़ियों के पोषण के साथ हर कदम पर दिया साथ

पतंजलि का दावा है कि उन्होंने भारतीय खिलाड़ियों को वित्तीय और तकनीकी सहायता देकर उनकी सफलता में योगदान दिया है. आयुर्वेदिक उत्पादों से खिलाड़ियों की फिटनेस और रिकवरी में मदद मिली है.

पतंजलि का दावा है कि उन्होंने भारतीय खिलाड़ियों को वित्तीय और तकनीकी सहायता देकर उनकी सफलता में योगदान दिया है. आयुर्वेदिक उत्पादों से खिलाड़ियों की फिटनेस और रिकवरी में मदद मिली है.

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Mohit Saxena
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sports Photograph: (social media)

पतंजलि का दावा है कि योग गुरु बाबा रामदेव के नेतृत्व में आयुर्वेदिक कंपनी न सिर्फ आम जनता के जीवन में सुधार ला रही है बल्कि खेलों में अहम योगदान दे रही है. भारतीय एथलीट्स और टीमों की सफलता में उसका  बड़ा योगदान रहा है. पतंजलि ने वित्तीय सहायता, तकनीकी सहायता और प्राकृतिक पोषण के जरिए खिलाड़ियों   को नई ऊर्जा प्रदान की है. इसके साथ ओलंपिक और एशियाई खेलों में भारत की मजबूत दावेदारी पेश की. 

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मसल स्ट्रेंथ को मजबूती मिलती है

पतंजलि का दावा है कि कंपनी ने नेशनल और इंटरनेशनल टूर्नामेंट्स में भारतीय टीमों का प्रायोजन किया है. इस तरह से युवा खिलाड़ियों को बेहतर संसाधन और मार्गदर्शन मिला. पतंजलि की सबसे बड़ी ताकत उसके आयुर्वेदिक उत्पाद हैं. एथलीट्स की फिटनेस और रिकवरी को बढ़ावा देते हैं. इन प्राकृतिक सामग्रियों से बने स्पोर्ट्स न्यूट्रिशन प्रोडक्ट्स ऊर्जा, स्टेमिना और मसल स्ट्रेंथ को मजबूती मिलती है. इससे खिलाड़ी चोट से तेजी से रिकवरी करता है.  

कंपनी ने हॉकी टीम को आर्थिक मदद दी 

पतंजलि का दावा है कि भारतीय हॉकी टीम के साथ पतंजलि की पार्टनरशिप है. कंपनी ने टीम को आर्थिक सहायता दी और आयुर्वेदिक उत्पाद उपलब्ध कराए. इससे खिलाड़ियों का प्रदर्शन बेहतर हो सकता है. यह साझेदारी न सिर्फ राष्ट्रीय गौरव बढ़ाती है. इसके साथ हॉकी को नई जान फूंकती है. इस तरह से कुश्ती के मुकाबले में प्रयोजन से पतंजलि ने पारंपरिक खेलों को बढ़ावा दिया. यहां युवा पहलवान स्वदेशी ऊर्जा से वैश्विक पटल पर चमक रहे हैं.

पतंजलि का दावा है कि कंपनी ने खेल इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत किया. उत्तराखंड प्रीमियर लीग (यूपीएल) का टाइटल स्पॉन्सर बनकर कंपनी ने क्रिकेट के क्षेत्रीय विकास में योगदान दिया. इससे स्थानीय टैलेंट को मौका मिला. इसके साथ कंपनी युवा खेलप्रेमियों के लिए ट्रेनिंग प्रोग्राम और प्रैक्टिस सेशन्स का आयोजन करती है. ये पहले ग्रामीण इलाकों तक पहुंचती हैं. यहां पर संसाधनों की कमी से बच्चे खेल को छोड़ देते थे. पतंजलि का फोकस स्वदेशी मूल्यों पर रहा हे. 'मेक इन इंडिया' को मजबूत करता रहा है. कंपनी ने स्पोर्ट्स डेवलपमेंट में निवेश  करके पूरे इकोसिस्टम को सही दिशा देने का प्रयास किया है. 

भारतीय एथलीट्स का बेहतर प्रदर्शन

पतंजलि का दावा है कि हाल के सालों में भारतीय एथलीट्स ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेहतरीन प्रदर्शन किया. वह चाहे हॉकी में ओलंपिक क्वालिफिकेशन हो या कुश्ती में वर्ल्ड चैंपियनशिप मेडल. पतंजलि की सहायता ने खिलाड़ियों को मानसिक और शारीरिक ताकत देने का प्रयास किया. विशेषज्ञों के अनुसार, प्राकृतिक उत्पादों का उपयोग आधुनिक डोपिंग के जोखिमों से बचाता है. पतंजलि एक प्रायोजन होने के साथ पार्टनर की तरह काम करता है.  यह एथलीट्स की हर जरूरत के खड़ा है.

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