वित्त मंत्री ने अभरते बाजारों की जलवायु सुरक्षा और विकास के बीच की दुविधा पर जोर दिया

वित्त मंत्री ने अभरते बाजारों की जलवायु सुरक्षा और विकास के बीच की दुविधा पर जोर दिया

वित्त मंत्री ने अभरते बाजारों की जलवायु सुरक्षा और विकास के बीच की दुविधा पर जोर दिया

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IANS
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Nirmala SitharamanCreditTwitter

(source : IANS)( Photo Credit : (source : IANS))

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को संकटों और सामाजिक आर्थिक परिवर्तनों के प्रबंधन में व्यस्त उभरते बाजारों और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं (ईएमडीई) की जलवायु सुरक्षा और विकास के बीच की दुविधा को रेखांकित किया।

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जापान के निगाटा में कल्याण के लिए आर्थिक नीतियों पर आयोजित जी7 संगोष्ठी को संबोधित करते हुए वित्त मंत्री ने कहा किप्रौद्योगिकी गरीबों के लिए बाजार और बुनियादी सेवाओं तक पहुंच में सुधार करती है।

उन्होंने कहा कि डिजिटल कनेक्टिविटी तक पहुंच ने लोगों को सशक्त बनाया है और जीडीपी संकेतकों से परे जाकर सशक्तीकरण को मापने के तरीकों पर चर्चा करने की आवश्यकता है।

मंत्री ने सतत विकास और पर्यावरण के महत्व और अल्प तथा दीर्घावधि में दोनों को संतुलित करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया।

उन्होंने टिकाऊ और समावेशी विकास की नींव के रूप में और ईएमडीई द्वारा अभिनव नीति टूलकिट के उदाहरण के रूप में प्रौद्योगिकी, डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे और हरित हाइड्रोजन पर भारत के फोकस को साझा किया।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Source : IANS

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