मूडीज (Moody's) ने भारत की आर्थिक वृद्धि दर (GDP Growth) के अनुमान को घटाकर 5.6 प्रतिशत किया

मूडीज इनवेस्टर्स सर्विस के अनुसार 2020-21 और 2021-22 में आर्थिक गतिविधियों में तेजी आएगी और यह क्रमश: 6.6 प्रतिशत तथा 6.7 प्रतिशत रह सकती है.

author-image
Dhirendra Kumar
एडिट
New Update
मूडीज (Moody's) ने भारत की आर्थिक वृद्धि दर (GDP Growth) के अनुमान को घटाकर 5.6 प्रतिशत किया

2019-20 में जीडीपी ग्रोथ 5.6 प्रतिशत रहने का अनुमान( Photo Credit : फाइल फोटो)

मूडीज इन्वसेस्टर्स सर्विस (Moody Investors Service) ने चालू वित्त वर्ष के लिये भारत की आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान को 5.8 प्रतिशत से घटाकर 5.6 प्रतिशत कर दिया है. उसने बृहस्पतिवार को कहा कि जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) में नरमी अपेक्षा के विपरीत लंबी अवधि तक खींच गयी है जिसके कारण उसे अपने अनुमान को कम करना पड़ा है. क्रेडिट रेटिंग और शोध सेवा सेवा देने वाली कंपनी ने कहा, ‘‘हमने भारत के लिये आर्थिक वृद्धि के अनुमान को घटा दिया है.

Advertisment

यह भी पढ़ें: अक्टूबर के दौरान थोक महंगाई दर गिरकर 0.16 फीसदी पर आई

2019-20 में जीडीपी ग्रोथ 5.6 प्रतिशत रहने का अनुमान

हमारा अनुमान है कि 2019-20 में यह 5.6 प्रतिशत रहेगी जो 2018-19 में 7.4 प्रतिशत थी. मूडीज इनवेस्टर्स सर्विस के अनुसार 2020-21 और 2021-22 में आर्थिक गतिविधियों में तेजी आएगी और यह क्रमश: 6.6 प्रतिशत तथा 6.7 प्रतिशत रह सकती है, लेकिन वृद्धि की गति पूर्व वर्षों के मुकाबले धीमी ही रहेगी। उसने कहा, ‘‘भारत की आर्थिक वृद्धि दर 2018 के मध्य से धीमी पड़ रही है.

यह भी पढ़ें: नेट एसेट वैल्यू (NAV) क्या है और कैसे तय होती है, आसान भाषा में समझें

वास्तविक जीडीपी वृद्धि दर 2019 की दूसरी तिमाही में करीब 8 प्रतिशत से घटकर 5 प्रतिशत पर आ गयी. बेरोजगार बढ़ रही है. मूडीज के अनुसार, ‘‘निवेश गतिविधियां पहले से धीमी है लेकिन खपत के लिये मांग के कारण अर्थव्यवस्था में तेजी बनी हुई थी. हालांकि अब खपत मांग भी नरम हुई है जिससे मौजूदा नरमी को लेकर समस्या बढ़ रही है.

Gross Domestic Product Growth GDP Moodys GDP Growth GDP Growth Rate Moody Investors Service
      
Advertisment