हर महीने नहीं बढ़ेंगे LPG के दाम, मोदी सरकार ने वापस लिया फैसला

सरकार ने 4 रुपये प्रति सिलेंडर वृद्धि करने के फैसले को वापस ले लिया है। सरकार के इसका असर अति महत्वपूर्ण उज्जवला स्कीम पर पड़ता संभव देख यह फैसला किया गया है।

सरकार ने 4 रुपये प्रति सिलेंडर वृद्धि करने के फैसले को वापस ले लिया है। सरकार के इसका असर अति महत्वपूर्ण उज्जवला स्कीम पर पड़ता संभव देख यह फैसला किया गया है।

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Shivani Bansal
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हर महीने नहीं बढ़ेंगे LPG के दाम, मोदी सरकार ने वापस लिया फैसला

हर महीने नहीं बढ़ेंगे LPG के दाम, मोदी सरकार ने लिया यू-टर्न (फाइल फोटो)

सरकार ने 4 रुपये प्रति सिलेंडर वृद्धि करने के फैसले को वापस ले लिया है। सरकार के इसका असर अति महत्वपूर्ण उज्जवला स्कीम पर पड़ता संभव देख यह फैसला किया गया है।

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इससे पहले सरकार ने सार्वजनिक तेल विपणन कंपनियों को घरेलू गैस सिलेंडर (एलपीजी) के दामों में सब्सिडी घटाने के लिए जून 2016 से 4 रुपये प्रति सिलेंडर बढ़ोतरी का आदेश दे दिया था।

हालांकि, एक शीर्ष सूत्र के मुताबिक इस आदेश को अक्टूबर में वापस ले लिया गया था।

इसके बाद इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी), भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) ने अक्टूबर 2016 से दामों में वृद्धि नहीं की थी।

इससे पहले 1 जुलाई 2016 से तेल कंपनियां 14.2 किलो के सब्सिडाइज़्ड घरेलू गैस सिलेंडर के दामों में 2 रुपये प्रति सिलेंडर बढ़ाने की छूट थी।

इसके बाद तेल कंपनियों ने 10 बार एलपीजी के दामों में बढ़ोतरी की।

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प्रत्येक घर को 14.2 किग्रा के 12 सिलेंडर एक साल में लेने का अधिकार है। इसके अधिक की आवश्यकता होने पर बाज़ार रेट के हिसाब से लेना पड़ता है।

30 मई 2017 को जारी किए एक आदेश के जरिए कीमतों में दोगुनी बढ़ोतरी की गई थी। सरकार ने 1 जून 2017 को आदेश जारी कर सरकारी तेल कंपनियों से कहा था कि एलपीजी दामों में 4 रुपये की बढ़ोतरी की जाए जब सरकार सब्सिडी ख़त्म कर दे या फिर मार्च 2018 से करे, जो भी घटना पहले हो। 

सूत्र के मुताबिक ऐसा महसूस किया गया कि सिलेंडर की कीमतों में बढ़ोतरी सरकार के उस निश्चय के खिलाफ है जिसमें सरकार गरीबों को गैस कनेक्शन से जोड़ना चाहती है।
इसे ठीक करने के लिए सरकार ने फैसला वापस ले लिया है।

उन्होंने कहा कि सब्सिडी एलपीजी दामों में बढ़ोतरी अक्टूबर के बाद भी हुई लेकिन वो कर दरों (जीएसटी) के कारण हुई।

बता दें कि एलपीजी के दाम 17 महीने में 19 बार कुल 76.5 रुपयों की बढ़त हो चुकी है। राज्य सरकार के स्वामित्व वाली तेल विपणन कंपनियों ने पिछले साल जुलाई से एलपीजी की कीमत में हर महीने की पहली तारीख को संशोधित किया है।

सरकारी स्वामित्व वाली कंपनियों द्वारा जारी एक अधिसूचना के मुताबिक सब्सिडी वाले एलपीजी की कीमत पिछले 1 नवंबर को 4.50 रुपये प्रति सिलेंडर से बढ़कर 495.6 9 रुपये हो गई थी।

जून, 2016 में 14.2 किलो का एलपीजी सिलेंडर 419.18 रुपये था। तेल मंत्रालय के पेट्रोलियम प्लानिंग और एनालिसिस सेल (पीपीएसी) के अनुसार, हर 14.2 किलो की सब्सिडी वाले एलपीजी सिलेंडर पर 251.31 रुपये की सब्सिडी मिलती है।

संयोग से, गैर सब्सिडी या बाजार मूल्य वाली एलपीजी दरों में 1 रुपये प्रति सिलेंडर 749 रुपये की बोतल 1 दिसंबर को बढ़ा दी गई थी। गैर-सब्सिडी वाले एलपीजी दरें दिसंबर 2013 से अपनी लागत के साथ मिलकर आगे बढ़ गई हैं।

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Source : News Nation Bureau

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