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कमजोर वैश्विक संकेतों के बीच चौतरफा बिकवाली के दबाव में शेयर बाजार धड़ाम

कमजोर वैश्विक संकेतों के बीच चौतरफा बिकवाली के दबाव में शेयर बाजार धड़ाम

Updated on: 25 Apr 2022, 07:45 PM

मुम्बई:

विदेशी बाजारों से मिले कमजोर संकेतों के बीच धातु, रियल्टी ,ऊर्जा सहित सभी क्षेत्रों में हुई चौतरफा बिकवाली के दबाव में घरेलू शेयर बाजार सोमवार को तेज गिरावट के साथ लाल निशान में बंद हुये।

बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 1.08 प्रतिशत यानी 617.26 अंक की भारी गिरावट में 56,579.89 अंक पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 1.27 प्रतिशत यानी 218 अंक फिसलकर 17,000 अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे 16,953.95 अंक पर बंद हुआ।

बीएसई में दिग्गज कंपनियों की अपेक्षा छोटी और मंझोली कंपनियों को बिकवाली का अधिक दबाव झेलना पड़ा। बीएसई का मिडकैप 1.86 प्रतिशत और स्मॉलकैप 1.88 प्रतिशत टूट गया।

बीएसई के सभी सूचकांक गिरावट में रहे। सबसे अधिक गिरावट धातु समूह में देखी गयी। चीन में लगे लॉकडाउन के कारण मांग घटने की आशंका से धातु के सूचकांक में गिरावट आयी है। चीन धातुओं की सर्वाधिक खपत करता है।

इसके अलावा रियल्टी के सूचकांक में 3.70 प्रतिशत, ऊर्जा में 2.74 प्रतिशत, दूरसंचार में 2.62 प्रतिशत, पीएसयू में 2.58 प्रतिशत तथा तेल एवं गैस में 2.52 प्रतिशत की गिरावट देखी गयी।

सेंसेक्स की 30 में से 22 कंपनियां लाल निशान में और आठ हरे निशान में रहीं। टाटा स्टील के शेयरों के दाम में सर्वाधिक 4.47 प्रतिशत की गिरावट रही। इसके अलावा टेक महिंद्रा, एनटीपीसी, टाइटन और रिलायंस भी घाटा उठाने वाली शीर्ष पांच कंपनियों में रहीं।

सेंसेक्स में तेजी में रहीं आठ कंपनियों में सबसे अधिक लाभ एचडीएफसी बैंक को हुआ। इसके अलावा आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी, कोटक बैंक और नेस्ले इंडिया हरे निशान में रहने वाली शीर्ष पांच कंपनियां हैं।

निफ्टी में 50 में से 42 कंपनियां लाल निशान में और आठ हरे निशान में रहीं। बजाज ऑटो, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक और एचडीएफसी तेजी में रहने वालीं शीर्ष पांच कंपनियां हैं।

निफ्टी में कोल इंडिया बीपीसीएल, टाटा स्टील, एसबीआई लाइफ और हिंडाल्को सर्वाधिक नुकसान उठाने वाली पांच कंपनियां रहीं।

विदेशी बाजारों में चौतरफा गिरावट रही। यूरोपीय बाजार में दो प्रतिशत से अधिक की गिरावट रही। ब्रिटेन का एफटीएसई 2.14 प्रतिशत की गिरावट में रहा। एशियाई बाजारों में चीन का शंघाई कंपोजिट 5.13 प्रतिशत, हांगकांग का हैंगशैंग 3.73 प्रतिशत और जापान का निक्के ई 1.90 प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुआ।

बाजार विश्लेषकों के अनुसार, रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग के कारण कच्चे तेल की कीमतों में उछाल के महंगाई पर प्रभाव, चीन में लगे लॉकडाउन के कारण आर्थिक सुस्ती की आशंका, आपूर्ति बाधा और अमेरिकी फेड रिजर्व के सख्त रुख ने निवेशकों की धारणा कमजोर की हुई है। इसके अलावा कंपनियों के वित्तीय परिणाम भी बाजार के अनुरूप नहीं होने से निवेश धारणा प्रभावित हुई है।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.