भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए वित्तीय वर्ष 2023-24 की शुरुआत बेहद अहम रही है। अप्रैल महीने में भारत का औद्योगिक उत्पादन सूचकांक 4.2 प्रतिशत बढ़ गया है।
यह वृद्धि इस मायने में खास है कि मार्च महीने में औद्योगिक उत्पादन 1.1 प्रतिशत के स्तर पर पहुंच गया था, जो पांच महीने में सबसे कम था। हालांकि, इसे बाद में संशोधित करते हुए 1.7 प्रतिशत कर दिया गया था।
सांख्यिकी मंत्रालय द्वारा सोमवार को जारी आंकड़े के मुताबिक अप्रैल 2022 में औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) 6.7 प्रतिशत था। जबकि, मई 2023 में खुदरा मुद्रास्फीति 25 महीने के निचले स्तर 4.25 प्रतिशत पर आ गई है। इसका कारण खाद्य पदार्थो के दामों में कमी को बताया जाता है।
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Source : IANS