New Update
/newsnation/media/post_attachments/images/2022/07/19/invetment-7139.jpg)
(source : IANS)( Photo Credit : (source : IANS))
0
By clicking the button, I accept the Terms of Use of the service and its Privacy Policy, as well as consent to the processing of personal data.
Don’t have an account? Signup
ग्लोबल समिट में यूपी का 10 लाख करोड़ रुपये के निवेश आकर्षित करने का लक्ष्य
(source : IANS)( Photo Credit : (source : IANS))
अगले साल जनवरी में आयोजित होने वाले ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के दौरान उत्तर प्रदेश को अगले पांच वर्षो में 10 लाख करोड़ रुपये के औद्योगिक निवेश आकर्षित करने का लक्ष्य है।
एक सरकारी प्रवक्ता के अनुसार, राज्य देश में औद्योगिक निवेश के लिए एक स्वप्निल गंतव्य के रूप में उभरा है और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे विकास की गति को अगले स्तर तक ले जाने का प्रयास करें।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से इस आयोजन के माध्यम से राज्य में 10 लाख करोड़ रुपये के निवेश का लक्ष्य रखने को कहा।
मुख्यमंत्री ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रिफॉर्म, परफॉर्म एंड ट्रांसफॉर्म के मंत्र को आत्मसात करते हुए उत्तर प्रदेश तेजी से देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर बढ़ रहा है। अभी यह छठे नंबर पर है। प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर समिट उत्तर प्रदेश की नई आकांक्षाओं को बढ़ावा देने का एक शानदार अवसर है। राज्य को काम करना चाहिए और 10 लाख करोड़ रुपये के निवेश लक्ष्य पर नजर रखनी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि, एमएसएमई के साथ पहले दिन के फोकस के रूप में, यूपी के ग्लोबल इन्वेस्टर समिट को यूके, यूएस, कनाडा, यूएई, स्वीडन, सिंगापुर, नीदरलैंड, इजराइल जैसे देशों में रोड शो आयोजित करके व्यापक प्रचार किया जाना चाहिए। फ्रांस, जर्मनी, दक्षिण कोरिया, मॉरीशस, रूस और ऑस्ट्रेलिया।
उन्होंने कहा, हमें अपनी टीमों को इन देशों में भेजना चाहिए, ताकि औद्योगिक दुनिया के लिए महत्वपूर्ण देशों में यूपी का अनुकूल माहौल बनाया जा सके
उन्होंने कहा, सिंगापुर ने उत्तर प्रदेश को ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में भागीदार के रूप में शामिल करने का प्रस्ताव रखा था। गर्व की बात।
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
Source : IANS