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नारायण मूर्ति के सवाल पर इनफ़ोसिस की सफाई, कहा सैलरी मे प्रभावकारी वृद्धि मात्र 1.4%

इन्फोसिस ने बढ़ोतरी के सवाल पर कहा कि कंपनी में प्रतिभा को बनाये रखने के लिए सैलरी में वृद्धि की गयी है।

Updated on: 04 Apr 2017, 03:40 PM

नई दिल्ली:

देश की दिग्गज IT कंपनी इन्फ़ोसिस ने पुरजोर तरीके से अपने सीओओ यू.बी. प्रवीण राव की सैलरी मे बढ़ोतरी के फ़ैसले का समर्थन किया है। इन्फोसिस ने बढ़ोतरी के सवाल पर कहा कि कंपनी में प्रतिभा को बनाये रखने के लिए सैलरी में वृद्धि की गयी है।

बता दें कि कंपनी के संस्थापक नारायण मूर्ति ने बोर्ड की बैठक में सीओओ की सैलरी के मुद्दे को उठाया है। फरवरी में सीओओ यू.बी. प्रवीण राव की सैलरी बढ़ाई गयी और 31 मार्च को इसे वोटिंग के लिए प्रस्तावित किया गया। इस प्रस्ताव में सीओओ की सैलरी को 35 फीसदी बढ़ाकर 12.5 करोड़ रुपये करने का प्रस्ताव दिया, जिस पर नारायण मूर्ति समेत ज्यादातर प्रोमोटर ने अपना मत नहीं दिया है। 

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प्रस्ताव पर आपत्ति जताते हुए नारायण मूर्ति ने कहा कि "इन्फोसिस में लगातार खराब प्रबंधन देखने को मिल रहा है और नियमों के खिलाफ सैलरी में बढ़ोतरी की जा रही है। कंपनी को कर्मचारियों की सैलरी के बड़े अंतर को खत्म करना चाहिए।"

इस फ़ैसले का बचाव करते हुए कंपनी के CEO विशाल सिक्का ने कहा कि "प्रवीण की प्रतिबद्धता और उनके योगदान ने कंपनी को विशाल बनाया है और पिछले तीन सालों मे उनकी साझेदारी हमारी कंपनी की सफलताओं और विकास के लिए महत्वपूर्ण रही है"। यह वृद्धि शेयरधारकों के हितों को ध्यान मे रखते हुए की गयी है और सैलरी स्ट्रक्चर में बदलाव लीडरशिप के आधार पर किया गया है।

बढ़ोतरी के बाद नये पैकेज में कैश कंपोनेंट को कम किया गया है। सॅलरी के नये स्ट्रक्चर में कैश सैलरी 5.2 करोड़ रुपये से घटकर 4.6 करोड़ रुपये हो गयी है। कंपनी ने आगे कहा कि प्रवीण राव की स्टॉक अवधि में वर्ष 2017-18 के लिए यह वृद्धि मात्र 1.4% ही होगी जो कि 4 वर्ष में 33.4 % तक जा सकती है जो कि कंपनी के व्यक्तिगत प्रदर्शन और आने वाले सालों पर निर्भर करेगी।