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(प्रतीकात्मक फोटो- IANS)
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(प्रतीकात्मक फोटो- IANS)
भारत में मुद्रास्फीति का दबाव बढ़ने के साथ कमजोर मांग के कारण सेवा क्षेत्र के उत्पादन में गिरावट दर्ज की गई है। देश के सेवा क्षेत्र की गतिविधियों में तीन महीने में पहले बार मई में गिरावट आई है।
व्यापक आर्थिक आंकड़ों से इसकी जानकारी मिली। इस तरह से मौसमी समायोजित निक्केई इंडिया सर्विसिस बिजनेस एक्टिविटी सूचकांक मई में 49.6 पर रहा, जबकि अप्रैल में यह 51.4 पर था।
इस सूचकांक में 50 से कम का अंक मंदी का तो 50 से अधिक अंक तेजी का संकेत है।
रिपोर्ट के मुताबिक, सेवा क्षेत्र में गिरावट व्यापारिक गतिविधियों में गिरावट का संकेत है, जोकि पिछले दो महीनों से बढ़ रही थी।
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आईएचएस मार्किट रिपोर्ट की लेखिका आशना डोडिया के हवाले से एक बयान में कहा गया, 'मई में सेवा क्षेत्र का प्रदर्शन निराशाजनक रहा, क्योंकि पिछले तीन महीनों में पहली बार उत्पादन में गिरावट दर्ज की गई है।'
उन्होंने आगे कहा, 'सेवा क्षेत्र में मंदी का असर श्रम बाजार पर भी पड़ा, क्योंकि नौकरियों में वृद्धि की दर अप्रैल में सात सालों में सबसे तेज थी, जो मई में गिर गई।'
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Source : IANS